
बेहोशी की दवा, डरे-सहमे लोग और वर्जिन लड़कियां... जब महिला और उसके रेपिस्ट पति की बर्बरता से दहले दो शहर
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कहानी ऐसे दंपति की जिन्होंने मिलकर तीन लड़कियों के साथ रेप किया, टॉर्चर दिया और बाद में उन्हें मार डाला. दोनों ने इस दौरान रेप और टॉर्चर के वीडियो भी बनाए. आखिर कौन था वो दंपति और क्यों ये सब करता था? कैसे आरोपी पति-पत्नी पुलिस के हत्थे चढ़े? चलिए जानते हैं इस घटना के बारे में विस्तार से...
अक्टूबर 1987... टोरंटो का स्कारबोरो शहर (Scarborough, Toronto)... 17 साल की कार्ला लीन होमल्का (Karla Leanne Homolka) एक पेट शॉप में नौकरी करती थी. उसी दौरान एक रेस्टोरेंट में उसकी मुलाकात 22 साल के पॉल केनेथ बर्नार्डो (Paul Kenneth Bernardo) से हुई.
पॉल बर्नाडो यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो में पढ़ता था. वह देखने में काफी हैंडसम था. इसलिए पहली ही नजर में कार्ला को उससे प्यार हो गया. वहीं, पॉल को भी कार्ला काफी अच्छी लगी. नतीजा ये हुआ कि दोनों ने उसी रात एक होटल बुक किया और एक दूसरे के साथ फिजिकल रिलेशन बना लिए.
इसके बाद दोनों एक दूसरे से अक्सर मिलने लगे. हालांकि, दोनों की उम्र में पांच साल का फर्क था. बावजूद इसके दोनों के बीच काफी अच्छी बोंडिंग बन गई. उसी दौरान स्कारबोरो शहर में एक रेपिस्ट की दहशत फैली हुई थी. लोगों ने उस रेपिस्ट को स्कारबोरो रेपिस्ट का नाम दिया था. वो अक्सर रात के समय सड़कों पर लड़कियों का पीछा करता. फिर मौका मिलते ही उनके साथ रेप करता.
Daily Mail के मुताबिक, वो रेपिस्ट कोई और नहीं, बल्कि पॉल बर्नार्डो ही था. हालांकि, किसी को भी उसकी इस करतूत की जानकारी नहीं थी. उसकी गर्लफ्रेंड कार्ला को भी नहीं. उसके लिए पॉल एक परफेक्ट मैच था. अक्सर फिजिकल रिलेशन बनाते समय पॉल कार्ला के साथ जानवरों जैसा बर्ताव करता. लेकिन कार्ला इसमें उसका विरोध करने के बजाय उसे सपोर्ट करती.
पुलिस ने रेपिस्ट का स्केच किया जारी उधर, उस दौरान स्कारबोरो शहर में रेप के 12 मामले सामने आ चुके थे. क्योंकि पॉल हमेशा रात के समय लड़कियों को अपना शिकार बनाता था. इसलिए उसकी पहचान कर पाना पुलिस के लिए काफी मुश्किल था. लेकिन पुलिस ने कुछ विक्टिम्स की मदद से एक स्केच जारी किया. जिसके बाद पॉल के कुछ दोस्तों ने पुलिस को बताया कि यह तस्वीर उनके दोस्त पॉल की तरह मिलती है.
पुलिस ने फिर रेप के मामलों की जांच के लिए पॉल समेत कई अन्य संदिग्धों को पुलिस स्टेशन बुलाया और उनसे डीएनए सैंपल लिए. पॉल ने भी बिना किसी झिझक के पुलिस को अपना डीएनए सैंपल दे दिया. डीएनए उस वक्त फोरेंसिक साइंस में बिल्कुल नई चीज थी. पुलिस ने कई सैंपलों के साथ पॉल का डीएनए सैंपल भी जांच के लिए भेज दिया. लेकिन रिपोर्ट आने में काफी वक्त लगना था.

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