
बिहार की मनीषा रानी ने बिगाड़ा एक्टर्स का गेम, लेकिन क्यों पवन सिंह को नहीं दे पाईं टक्कर?
AajTak
बिहार की मनीषा रानी ने राइज एंड फॉल में वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट के रूप में एंट्री ली और शो में धमाल मचा दिया है. शो में आते ही उन्होंने धनश्री वर्मा और अरबाज पटेल जैसे मजबूत कंटेस्टेंट्स का गेम बिगाड़ दिया है. हालांकि, तमाम कोशिशों के बावजूद वो पवन सिंह की कमी पूरी नहीं कर पाईं.
बिहार की मनीषा रानी आज एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का बड़ा नाम बन गई हैं. मनीषा का सफर टिकटॉक से शुरू हुआ था, लेकिन आज वो बड़े-बड़े शोज में गदर काट रही हैं. इन दिनों उन्हें राइज एंड फॉल में देखा जा रहा है. शो में वो बतौर वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट आई हैं. कहा जा रहा था कि रियलिटी शो में मनीषा, पवन सिंह की कमी पूरी करने आई हैं. आइए जानते हैं कि वो अपने मकसद में कामयाब हुईं या नहीं.
मनीषा ने बिगाड़ा धनश्री-अरबाज का गेम राइज एंड फॉल में आते ही मनीषा रानी चर्चा का टॉपिक बन चुकी हैं. शो में एंट्री लेते ही उन्होंने धनश्री वर्मा और अरबाज पटेल जैसे स्ट्रांग कंटेस्टेंट का गेम बिगाड़ना शुरू कर दिया है. अब तक जो धनश्री, अरबाज के नक्शे कदम पर चलकर गेम खेल रही थीं. वो मनीषा के आने से अलर्ट हो गईं हैं. यही वजह है कि वो हर किसी के पास जाकर मनीषा रानी की बुराई करती दिख रही हैं.
शो में मनीषा की कीकू शारदा, आरूष और बाकी कंटेस्टेंट के साथ अच्छी जम रही है. उनका चुलबुला और बिंदास अंदाज फैन्स को एंटरटेन कर रहा है.
क्या मनीषा, पवन सिंह को टक्कर दे पाईं? जैसे ही पवन सिंह राइज एंड फॉल से बाहर हुए, शो की टीआरपी डाउन हो गई. पवन सिंह के रिप्लेसमेंट में मनीषा रानी की एंट्री कराई गई. शो में आते ही मनीशा छा गई हैं, लेकिन पवन सिंह को टक्कर नहीं दे सकीं. वो शो में अपना बेस्ट कर रही हैं. पर फैन्स उनके चहेते पवन सिंह को मिस कर रहे हैं. राइज एंड फॉल जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है. पवन सिंह ने बिना शो देखने का मजा किरकिरा होता जा रहा है.
हालांकि, मनीषा रानी के आने से चहल-पहल है, लेकिन इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि पवन सिंह की कमी कोई पूरा नहीं कर सकता. पावर स्टार के स्वैग और अंदाज की बात ही अलग है. इसलिए मनीषा रानी से उनकी तुलना करना गलत है. लेकिन अगर वहां पवन सिंह होते, तो बात ही अलग होती. देखते हैं कि पवन सिंह के बिना राइज एंड फॉल कितना राइज होता है.

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










