
बंगाल में नए दोस्त बनाने की तैयारी में ओवैसी
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असदुद्दीन ओवैसी का बंगाल में फुरफुरा शरीफ दरगाह के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के इंडियन सेक्युलर फ्रंट से हो सकता है गठबंधन. लेकिन ओवैसी असम, तमिलनाडु और केरल की चुनावी जंग से दूर रहेंगे.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पुलिस के मना करने के कारण कोलकाता के मटियाबुर्ज इलाके में 25 फरवरी को पश्चिम बंगाल में अपनी पहली रैली आयोजित करने से वंचित रह गए. लेकिन इन जैसे अड़ंगों के बावजूद वे अपनी पार्टी की पहचान पूरे भारत में फैलाने के लिए सधे हुए कदमों से आगे बढ़ रहे हैं. पिछले साल बिहार विधानसभा चुनाव और फरवरी के आखिरी हफ्ते में गुजरात नगर निगम चुनाव में कामयाबी से अपनी मौजूदगी दर्ज कराने से उनके हौसले बुलंद हैं. एआइएमआइएम ने अहमदाबाद के निकाय चुनाव में खाता खोलने के लिहाज से बेहतर प्रदर्शन किया. पार्टी को सात सीटों पर कामयाबी मिली. चुनावी नतीजों से पता चलता है कि पार्टी के अल्पसंख्यक अधिकारों और अवसरों की बात उठाने का मुस्लिम समुदाय पर असर हुआ है. एआइएमआइएम के फायरब्रांड अध्यक्ष ओवैसी ने प्रचार के वास्ते अहमदाबाद में एक बड़ी सभा को संबोधित भी किया था.
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