प्रसार भारती के पुरानी सामग्री के मौद्रिकरण के ख़िलाफ़ माकपा सांसद, कहा- सही क़दम नहीं
The Wire
प्रसार भारती ने आकाशवाणी और दूरदर्शन के अभिलेखागार में संग्रहीत पुरानी रिकार्डेड सामग्री को विभिन्न मंचों को बेचने का निर्णय लिया है, जिसका विरोध करते हुए तमिलनाडु के मदुरै से माकपा सांसद एस. वेंकटेशन ने कहा है कि इस तरह प्रसार भारती के ऐतिहासिक ख़जाने की मार्केंटिंग नहीं होनी चाहिए. प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर का कहना है कि इस पॉलिसी को ग़लत समझा जा रहा है.
Sir that was in reference to the rich archives of DD and AIR and how they have been digitised in recent years and made public through YouTube in recent years. You may find the same here https://t.co/PoBl1XZsN8
नई दिल्ली: प्रसार भारती ने आकाशवाणी और दूरदर्शन के अभिलेखागार में संग्रहीत पुरानी रिकॉर्ड की हुई सामग्री (आर्काइवल कंटेंट) को मोनेटाइज करने यानी कि इसे व्यवसायिक तरीके से सैटेलाइट टीवी चैनलों और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को बेचने का फैसला किया है. — Shashi Shekhar Vempati शशि शेखर (@shashidigital) October 18, 2021
हालांकि संसद के एक सदस्य ने इस कदम का विरोध किया है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बीते सोमवार को तमिलानाडु के मदुरै के सांसद व माकपा नेता एस. वेंकटेशन ने सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र लिखकर आपत्ति जताई और इसे तत्काल वापस लेने की मांग की है.