
पोलैंड में रूसी मिसाइल गिरने से तनाव की स्थिति, राजदूत को किया तलब, NATO ने बुलाई आपात बैठक
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यूक्रेन बॉर्डर से सटे पोलैंड के प्रेजवोडो गांव में मंगलवार को रूस की एक मिसाइल जा गिरी. मिसाइल की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई. पोलैंड एक नाटो क्षेत्र है, इसलिए इस घटना को लेकर तनाव बढ़ गया है. बैठकों का दौर शुरू हो गया है. वहीं रूस से मिसाइल गिरने की खबर का खंडन किया है.
यू्क्रेन पर ताबड़तोड़ 100 मिसाइलें दागने के दौरान रूस की एक मिसाइल पोलैंड में भी जा गिरा. यूक्रेन बॉर्डर से सटे पोलैंड के प्रेजवोडो इलाके के एक गांव में अनाज ले जा रही एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पर यह मिसाइल गिरी, जिसकी चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई है. रूस की हरकत के बाद से पोलैंड, अमेरिका, हंगरी और नाटो हरकत में आ गए हैं.
पोलैंड ने मिसाइल गिरने की पुष्टि करते हुए कहा कि संकट की स्थिति के कारण शीर्ष नेताओं ने एक आपातकालीन बैठक की गई है. इसके बाद पोलैंड सरकार ने रूसी राजदूत को भी तलब कर लिया है. वहीं एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक हंगरी के पीएम ओरबान ने भी रक्षा परिषद की बुलाई की है.
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बात की और घटना की जानकारी दी. इसके अलावा पोलैंड ने नाटो के अनुच्छेद-4 का हवाला देते हुए नाटो की आज एक आपातकालीन बैठक बुला ली है. नाटो के अनुच्छेद-4 के तहत कोई सदस्य देश अपनी सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को उठा सकता है.
नाटो क्षेत्र के एक-एक इंच की रक्षा करेंगे
पोलैंड में रूसी मिसाइलों गिरने पर पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक राइडर ने कहा कि हमें मिसाइलें गिरने की जानकारी है लेकिन इस रिपोर्ट की पुष्टि करने के लिए इस समय हमारे पास कोई जानकारी नहीं है. हमने इस घटना को गंभीरता से लिया है. जैसे ही हमारे पास कोई अपडेट आएगा, हम इसी सूचना दे देंगे.
प्रवक्ता ने आगे कहा कि जब हमारी सुरक्षा प्रतिबद्धताओं और अनुच्छेद 5 (नाटो) की बात आती है तो हम बिल्कुल स्पष्ट हैं कि हम नाटो क्षेत्र के एक-एक इंच की रक्षा करेंगे.

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