पीरियड्स में कपड़ों और 'पत्तों' का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं ये औरतें, पढ़िए बेबस महिलाओं की दर्द-ए-दास्तां
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Ground Reality About Periods: पीरियड्स के दौरान बेटियों को पैड्स मिल जाए इसलिए वो खुद कपड़े का इस्तेमाल करती हैं, घर-घर जाकर मजदूरी करती हैं, सिलाई मशीन चलाती हैं. ये हर उस मां की कहानी है जो मजबूर है और गरीबी से लाचार है. आज के दौर में भी कई बेटियां ऐसी हैं जिनके पास पैड्स खरीदने तक के पैसे नहीं हैं और वो कपड़े का इस्तेमाल करती हैं. कपड़े तो कपड़े कई औरतें अपने घाघरे और पेड़ के पत्तों का भी इस्तेमाल करती हैं. नीचे पढ़िए और खुद समझिए...
Ground Report: देश की संसद से मजह 15-20 किलोमीटर दूर राजधानी दिल्ली में ऐसी न जाने कितनी बहू-बेटियां रहती हैं, जिन्होंने मजबूरी को ही अपनी जिंदगी का लिबास बना लिया है. आज के दौर में भी ये महिलाएं और बेटियां माहवारी (Periods) के दौरान सेनेटरी पैड्स नहीं बल्कि कपड़े का इस्तेमाल करती हैं. 'पीरियड्स को लेकर लोगों में कितनी जागरूकता है?' जब इसकी पड़ताल करने हम सड़कों पर उतरे और लोगों के बीच जाकर झुग्गियों में रह रही महिलाओं और बेटियों से बातचीत की, तो जो हकीकत सामने आई वो वाकई रोंगटे खड़े कर देने वाली थी.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








