पाकिस्तान से नेपाल, फिर भारत में एंट्री... अब सीमा-सचिन की लव स्टोरी का हर पहलू खंगालेगी यूपी ATS
AajTak
दिल्ली से लगभग 50 किलोमीटर दूर रब्बूपुरा नाम का गांव पहले से मौजूद है. बस फर्क इतना है कि हफ्ता भर पहले तक गांव में रहने वाले लोगों को छोड़ दें, तो किसी ने उस गांव का नाम तक नहीं सुना था. मगर, पिछले एक हफ्ते से पूरे हिंदुस्तान और पाकिस्तान में रब्बूपुरा गांव सुर्खियों में है. वजह है सीमा हैदर और सचिन की लव स्टोरी.
Seema Haider-Sachin Love Story: सचिन के इश्क ने सीमा हैदर को ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है कि पाकिस्तान में भी उसकी जान को खतरा है और अब भारत में भी उसके सिर पर खतरा मंडरा रहा है. सूत्रों के मुताबाकि, सचिन से शादी करने और धर्म परिवर्तन करने की वजह से भारत में भी सीमा पर हमले की आशंका बनी हुई है. यूपी पुलिस को भी इस बात अहसास है, लिहाजा सचिन के घर के आस-पास सादा कपड़ों में पुलिस वाले निगरानी कर रहे हैं. उधर, अब सीमा और सचिन के मामले की जांच का जिम्मा यूपी एटीएस को सौंप दिया गया है.
पीपली लाइव बना हुआ है रब्बूपुरा गांव दिल्ली से लगभग 50 किलोमीटर दूर भारत के नक्शे पर रब्बूपुरा नाम का गांव पहले से मौजूद है. बस फर्क इतना है कि हफ्ता भर पहले तक गांव में रहनेवाले लोगों को छोड़ दें, तो किसी ने उस गांव का नाम तक नहीं सुना था. लेकिन पिछले एक हफ्ते से पूरे हिंदुस्तान और पाकिस्तान में रब्बूपुरा गांव सुर्खियों में है. गांव के तंग गलियों के बीच दो कमरों का एक छोटा सा घर है. वही घर जिसमें सीमा हैदर अपने प्रेमी सचिन के साथ रह रही है. और बस इसीलिए ये घर इस वक्त लगभग पीपली लाइव बना हुआ है. सुबह से लेकर रात तक दूर-दूर से आई लोगों की भीड़ जिनमें एक बड़ी तादाद मीडिया और सोशल मीडिया के लोगों की है, बस किसी तरह सीमा और सचिन की एक झलक पाने और खास तौर पर सीमा को अपने कैमरे में कैद करने के लिए बेताब हैं.
सीमा पर हमले की आशंका बस इसी भीड़ ने यूपी पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं. जिस तरह सीमा लगातार मीडिया से पाकिस्तान और धर्म के बारे में खुल कर बातें कर रही हैं, उसने खुद सीमा की जान को खतरे में डाल दिया है. लखनऊ में बैठे यूपी के एक आला पुलिस अफसर के मुताबिक सीमा जिस तरह से धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम से हिंदू बनने की बातें कर रही हैं, उसे देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि कोई सिरफिरा भीड़ या मीडिया का चोला पहन कर सीमा पर जानलेवा हमला कर सकता है.
सचिन के घर की निगरानी कुछ वक्त पहले ही प्रयागराज में मीडिया के भेष में ही तीन लोगों ने अतीक और उसके भाई अशरफ को पुलिस कस्टडी में ही गोली मार दी थी. यूपी पुलिस के लिए ये घटना अभी भी ताजा है. आज तक से बातचीत के दौरान यूपी पुलिस के इस आला अफसर ने कहा कि हालांकि सीमा या सचिन की तरफ से सुरक्षा की मांग को लेकर यूपी पुलिस से कोई अपील नहीं की गई है, लेकिन इसके बावजूद यूपी पुलिस सीमा और सचिन के घर पर लगातार नजरें रखे हुए है. वर्दी और बिना वर्दी के पुलिसवाले रब्बूपुरा के इस घर के इर्द गिर्द खामोशी से तैनात हैं.
मौके पर मौजूद हैं पुलिसकर्मी वैसे आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक बीते शुक्रवार को सचिन और सचिन के घरवालों ने सीमा पर हमले की आशंका को देखते हुए स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी थी. सचिन के घरवाले इस बारे में लिखित में भी लोकल पुलिसवालों को अर्जी दे सकते हैं. सीमा पर होने वाले किसी भी संभावित हमले की भनक लगते ही शुक्रवार से ही सचिन के घरवालों ने अपनी तरफ से एहतियात बरतनी शुरू कर दी थी. अब जो भी मिलने आ रहा है, उससे उसके पहचान पत्र मांगे जा रहे हैं. यहां तक कि मीडिया से भी. हालांकि पिछले कुछ दिनों से मीडिया की जबरदस्त भीड़ को देखते हुए लोकल पुलिस भी घर के अंदर और बाहर मौजूद है. यूपी पुलिस सूत्रों के मुताबिक सीमा और सचिन के घरवालों पर लगातार उनकी नजर है और अगर ज़रूरत पड़ी तो वो उन्हें सुरक्षा भी मुहैया कराएगी.
फिलहाल पाकिस्तान नहीं भेजी जाएगी सीमा वैसे आज तक को ये भी जानकारी मिली है कि फिलहाल सीमा को पाकिस्तान वापस नहीं भेजा जाएगा. वो अभी यहीं रहेगी. सूत्रों के मुताबिक सीमा के मामले को लंबा खींचने की कोशिश होगी. धीरे-धीरे फिर मीडिया भी सीमा की स्टोरी को छोड़ कर किसी और कहानी पर लग जाएगी. इस तरह ये मामला वक्त के साथ अपने आप दब जाएगा. लेकिन फिर आगे सीमा का क्या होगा? तो यूपी पुलिस सूत्रों की मानें तो सीमा के भविष्य का आखिरी फैसला विदेश मंत्रालय और केंद्र सरकार को करना है. लेकिन उम्मीद यही है कि केंद्र सरकार भी सीमा को फिलहाल पाकिस्तान नहीं भेजने जा रही है.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.