पश्चिम सिंहभूम: PLFI के 6 सक्रिय उग्रवादी गिरफ्तार, कार्बाइन और गोलियां बरामद
AajTak
पश्चिम सिंहभूम में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने कार्बाइन और गोलियों के साथ पीएलएफआई के 6 सक्रिय उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार उग्रवादियों द्वारा बीते दिनों कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया था.
पश्चिम सिंहभूम पुलिस ने गुप्त सूचना के बाद बंदगांव प्रखंड के टेबो थाना क्षेत्र के गवई गांव से पीएलएफआई के 6 उग्रवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. गिरफ्तार सभी पीएलएफआई उग्रवादी एरिया कमांडर हरि सिंह सांडी पूर्ति उर्फ मोदी के सक्रिय साथी हैं. इनके पास से पुलिस ने कार्बाइन, हथियार, गोली, और नक्सली पर्चा समेत अन्य सामग्री बरामद की है. इनके द्वारा बीते दिन क्षेत्र में हुई कई घटनाओं को अंजाम दिया गया था, जिन्हें इनके द्वारा स्वीकार भी किया गया है. इनकी हुई है गिरफ्तारी टेबो थाना क्षेत्र के लोटा गांव के मंका शालूकी उर्फ एतवा शालूकी, टेबल थाना क्षेत्र के चौकी गांव के सानिका बोदरा और पंकज उर्फ जुनूल, टेबो थाना क्षेत्र के ही गोवाई गांव के सुदर्शन सोए उर्फ टाटू, करायकेला थाना क्षेत्र के टेटईपदर गांव के शिवा बोदरा, टेबो थाना क्षेत्र के लोटा गांव के देवरा हेंब्रम उर्फ हजरा हेम्ब्रम, टेबो चाकी गांव के संजय बोथरा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.लोकसभा चुनाव के 7वें और अंतिम दौर में पंजाब की 13 सीटों पर मतदान होना है. नेता पंजाब में धुआंधार रैलियां कर रहे हैं. इसी बीच लुधियान में 84 दंगा पीड़ितों ने राहुल गांधी की रैली से पहले प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव प्रचार में बीजेपी पर जमकर निशाना साधते नजर आए. देखें पंजाब आजतक.
विशेष जांच दल के सूत्रों के अनुसार, जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के 31 मई को बेंगलुरु पहुंचने की उम्मीद है. उसने लुफ्थांसा एयरलाइंस की म्यूनिख से बेंगलुरु की फ्लाइट बुक की है. एक अधिकारी ने कहा, 'फ्लाइट गुरुवार दोपहर म्यूनिख से रवाना होगी और शुक्रवार देर रात 12:05 बजे बेंगलुरु में लैंड करेगी.'
बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने बुधवार को स्वास्थ्य बीमा पर एक मूल परिपत्र (master circular) जारी करते हुए साफ कर दिया है कि बीमा कंपनी को अनुरोध के एक घंटे के भीतर नकदी-रहित इलाज की अनुमति देने पर निर्णय लेना होगा. इरडा ने एक बयान में कहा कि स्वास्थ्य बीमा उत्पादों पर मास्टर परिपत्र ने पहले जारी किए गए 55 परिपत्रों को निरस्त कर दिया है और यह पॉलिसीधारकों के सशक्तीकरण और समावेशी स्वास्थ्य बीमा को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है.