पत्नी से हुआ झगड़ा तो मासूम को 21 फीट से फेंका नीचे, फिर खुद भी लगा दी छलांग, दोनों की हालत नाजुक
AajTak
घरेलू विवाद में युवक ने दो साल के बेटे को 21 फीट की ऊंचाई से नीचे फेंक दिया. बाद में खुद भी कूद गया. हादसे में दोनों को गंभीर चोट आई है. हालत ज्यादा बिगड़ने के कारण युवक को एम्स में भर्ती कराया गया है. कालकाजी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है.
राजधानी दिल्ली के कालकाजी इलाके में पिता ने अपने दो साल के बच्चे को 21 फीट की ऊंचाई से नीचे फेंक दिया और फिर खुद भी नीचे कूद गया. शुक्रवार देर रात घटी इस घटना के बाद गंभीर घायल पिता-पुत्र का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
पिता एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है. वहीं, बेटे का भी अस्पताल में इलाज जारी है. पता चला कि युवक की पत्नी अपने दो बच्चों के साथ दादी के घर रह रही थी. पति शराब के नशे में उसके पास पहुंचा था. फिर यह घटना हुई.
पहले फेंका बच्चा, फिर खुद कूदा
कालकाजी थाना पुलिस के मुताबिक शुक्रवार रात करीब 10.38 बजे दो साल के बच्चे को फेंकने और युवक के खुद भी कूदकर गंभीर घायल होने की सूचना प्राप्त हुई थी.
मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पाया कि ओखला की संजय कॉलोनी का रहने वाला 30 साल का मान सिंह पुत्र जोहरी सर्वोदय कैंप कालकाजी पहुंचा था. यहां उसकी पत्नी पति से झगड़ा होने के बाद बीते कुछ दिनों से अपने दो बच्चों के साथ अपनी दादी के घर रहने आ गई थी.
शाम करीब 6 बजे पति मान सिंह शराब के नशे में पत्नी पूजा से मिलने पहुंचा था. इसी बीच दोनों का झगड़ा होने लगा. तभी मान सिंह ने अपने दो साल के बेटे को घर की पहली मंजिल की छत (करीब 21 फीट की ऊंचाई) से नींचे फेंक दिया और बाद में खुद भी छलांग लगा दी.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.