पंजाब की खडूर साहिब सीट से चुनाव लड़ेगा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल, असम जेल में है बंद
AajTak
NSA के तहत बंद अमृतपाल सिंह खडूर साहिब से निर्दलीय उमीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेगा. इससे पहले अमृतपाल के वकील राजदेव सिंह खालसा ने जेल में उससे मुलाकात की थी, जहां दोनों के बीच चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा हुई थी.
असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह पंजाब से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहा है. इससे पहले अमृतपाल के वकील ने जानकारी दी थी कि वह चुनावी मैदान में उतर सकता है. अब साफ हो गया है कि NSA के तहत जेल में बंद अमृतपाल पंजाब की खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेगा.
वकील ने जेल में की थी मुलाकात
NSA के तहत जेल में बंद अमृतपाल सिंह खडूर साहिब से निर्दलीय उमीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेगा. इससे पहले अमृतपाल के वकील राजदेव सिंह खालसा ने जेल में उससे मुलाकात की थी, जहां दोनों के बीच चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा हुई थी.
अमृतपाल ने मीडिया के लिए एक ऑडियो मैसेज भी जारी किया था जिसमें उसने कहा था कि वह खडूर साहिब सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है और वह किसी भी पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव नहीं लड़ेगा. वकील ने बताया था कि अमृतपाल 7 से 17 मई के बीच नामांकन दाखिल कर सकता है.
किस मामले में जेल में है अमृतपाल?
पिछले साल 23 फरवरी को अमृतपाल और उसके संगठन 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े लोगों ने अजनाला पुलिस थाने पर हमला कर दिया था. अमृतपाल और उसके समर्थकों के हाथ में तलवार, लाठी-डंडे थे. ये पूरा बवाल आठ घंटे तक चला था. ये बवाल अमृतपाल के समर्थक लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग को लेकर हुआ था.
प्रधानमंत्री मोदी लगातार राहुल गांधी के एक बयान को अपनी रैलियों में मुद्दा बना रहे हैं. मोदी कह रहे हैं कि राहुल गांधी भारत के लोगों की सम्पत्ति का एक्स-रे करना चाहते हैं और लोगों की 'जमीनों' से लेकर उनकी भैंस और महिलाओं के मंगलसूत्र से लेकर उनके दूसरे गहने एक खास वर्ग को बांटना चाहते हैं. ऐसे में सवाल राहुल ऐसा कैसे कर पाएंगे?