
नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच बढ़ रही तकरार, बॉर्डर के पास उड़ रहे लड़ाकू विमान
AajTak
उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच में रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं. इस बीच उत्तर कोरिया ने एक बार फिर मिसाइल परीक्षण किया है. उसके लड़ाकू विमान को सीमा के पास भी देखा गया है. इन गतिविधियों ने दक्षिण कोरिया को भी जवाबी कार्रवाई करने पर मजबूर कर दिया है. अभी के लिए दक्षिण कोरिया ने बॉर्डर पर अपने F-35 फाइटर जैट तैनात कर दिए हैं.
उत्तर कोरिया लंबे समय से मिसाइल टेस्ट करता आ रहा है. एक तरफ किम जोंग की धमकियां और दूसरी तरफ मिसाइल परीक्षणों ने जमीन पर तनाव को कभी कम होने नहीं दिया. अब एक बार फिर उत्तर कोरिया में चल रही गतिविधियों ने दक्षिण कोरिया को चिंता में डाल दिया है. हालात ऐसे बन गए हैं कि दक्षिण कोरिया को बॉर्डर पर F-35 फाइटर जैट तैनात करने पड़ गए हैं.
नॉर्थ-साउथ कोरिया के बीच बढ़ता तनाव
बताया जा रहा है कि सबसे पहले नॉर्थ कोरिया की तरफ से गुरुवार सुबह को एक लंबी दूरी वाली क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया गया था. उसके बाद साउथ कोरिया की सीमा के पास उससे वॉर प्लेन भी उड़ान भरते दिख गए. जब वो लड़ाकू विमान बॉर्डर के काफी करीब आ गए, साउथ कोरिया ने अपनी सुरक्षा को देखते हुए F-35 फाइटर जैट तैनात कर दिए. अभी के लिए दोनों देशों की तरफ से कोई हमला नहीं किया गया है, ऐसी स्थिति बनती भी नहीं दिख रही है. लेकिन लगातार हो रहे मिसाइल परीक्षणों ने दक्षिण कोरिया को अलर्ट कर दिया है.
अमेरिका हो गया अलर्ट
बड़ी बात ये है कि कुछ दिन पहले ही उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर से मिसाइल दागी थी. दावा जरूर किया गया कि पड़ोसी देश को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया, लेकिन जमीन पर स्थिति तनावपूर्ण बन गई. लगातार अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया की तरफ से चेतावनी दी जा रही है, इन मिसाइल परीक्षण को रोकने की अपील हो रही है, लेकिन नॉर्थ कोरिया अपनी रणनीति पर कायम है और लगातार मिसाइल दाग रहा है. दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइल दागे जाने वाली इन मिसाइलों को उकसावे की कार्रवाई के तौर पर देख रहा है. वहीं अमेरिकी सेना ने भी तेजी से बदलती इन स्थितियों के बीच अपने सहयोगियों से चर्चा करना शुरू कर दिया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.







