नीत्शे: वो विचारक जिसने कहा था 'ईश्वर मर चुका है' और 'दूसरों से जलना अच्छा है'
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नीत्शे जिनके विचार देवत्व की स्थापना को खारिज करते हैं और मनुष्यता को सभ्यता के सर्वश्रेष्ठ सोपान पर स्थापित करते हैं. नीत्शे मनुष्य को मानवतावादी आदर्शों का ही अनुसरण करने को कहते हैं. वह मानते हैं कि ईश्वरीय गुणों से आभूषित होने की चाह रखने की बजाय श्रेष्ठ मनुष्य बनना अधिक श्रेयस्कर और लोक कल्याणकारी है.
डाह, ईर्ष्या...जलन या फिर Envy क्या है? इसका मनोविज्ञान क्या है? क्या ये नकारात्मक संवेग है? या इसका पोषण सुखद परिणाम भी दे सकता है? इन्हीं सवालों को परिभाषित किया है ईश्वर की मौत की उद्घोषणा करने वाले और सुपर मैन या अति मानव (ubermensch) की कल्पना करने वाले जर्मनी के दार्शनिक (German philosopher) फ्रेडरिक नीत्शे (Friedrich Nietzsche) ने.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.