देश में 3 ही वैक्सीन को मंजूरी, लेकिन फ्रांसीसी दूतावास ने लगवाया मॉडर्ना का टीका, महाराष्ट्र के मंत्री का दावा
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महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने केंद्र से सवाल किया कि आखिर मॉडर्ना की वैक्सीन यहां कैसे आई और कैसे यहां रह रहे फ्रांसीसी नागरिकों को इसे लगाने की इजाजत दी गई. मलिक ने यह भी सवाल किया कि अगर फ्रांसीसी दूतावास इसे खरीद सकता है तो केंद्र क्यों नहीं.
कोरोना संकट के बीच वैक्सीन को लेकर सियासत गर्म है. इस बीच महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने गुरुवार को बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि भारत में फ्रांस के दूतावास ने मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन खरीदी है और नवी मुंबई स्थित अपने नागरिकों को लगाया है. नवाब मलिक ने कहा कि ये सब तब हुआ जब देश में केवल तीन वैक्सीन (कोवैक्सीन, कोविशील्ड, स्पुतनिक) को ही इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने केंद्र से सवाल किया कि आखिर मॉडर्ना की वैक्सीन यहां कैसे आई और कैसे यहां रह रहे फ्रांसीसी नागरिकों को इसे लगाने की इजाजत दी गई. नवाब मलिक ने यह भी सवाल किया कि अगर फ्रांसीसी दूतावास इसे खरीद सकता है तो केंद्र क्यों नहीं.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.