
दीप सिद्धू जान गया था अमृतपाल के इरादे, एक्टर की मौत के बाद ऐसे किया 'वारिस पंजाब दे' पर कब्जा!
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आखिर कौन है ये अमृतपाल? कहां रहता है? क्या करता है? क्यों लोग उसे भिंडरावाले 2.0 के नाम से पुकारने लगे हैं? और सबसे अहम ये है आखिर ये अमृतपाल चाहता क्या है? तो आइए आज आपको सिलसिलेवार तरीके से अमृतपाल सिंह की कहानी सुनाते हैं.
सिर पर बड़ी सी गोल पगडी. हाथों में किरपाण और हमेशा सुरक्षा के साये में घिरे रहनेवाले अमृतपाल सिंह को पंजाब में लोग भिंडरावाले 2.0 के नाम से बुलाने लगे हैं. 30 साल के इस नौजवान को वैसे तो पंजाब में आए हुए अभी जुम्मा-जुम्मा छह से सात महीने ही हुए हैं, लेकिन उसके इशारे पर उसके समर्थकों ने इन चंद महीनों में पंजाब में जो बवाल मचाया है, उसे संभालने में अब पंजाब सरकार से लेकर तमाम खुफिया एजेंसियों तक के पसीने छूट रहे हैं.
अब सवाल ये है कि आखिर कौन है ये अमृतपाल? कहां रहता है? क्या करता है? क्यों लोग उसे भिंडरावाले 2.0 के नाम से पुकारने लगे हैं? और सबसे अहम ये है आखिर ये अमृतपाल चाहता क्या है? तो आइए आज आपको सिलसिलेवार तरीके से अमृतपाल सिंह की कहानी सुनाते हैं.
दिसंबर 2021 उन दिनों में दिल्ली में किसान आंदोलन पूरे उरूज पर था. पंजाब से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और देश के अलग-अलग कोने से आए हजारों किसान अपने हक की मांग को लेकर दिल्ली के बॉर्डर्स पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. और इन्हीं अफरातफरी भरे दिनों में 'वारिस पंजाब दे' नाम के एक संगठन की अगुवाई करनेवाले एक्टर दीप सिद्धू ने 'क्लब हाउस' नाम के एक सोशल मीडिया एप पर एक ऑडियो चैट रूम की शुरुआत की. इरादा था पंजाब के अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत करना. मसलन नदियों के पानी पर पंजाब का हक, चंडीगढ़ पर दावा, पंजाबी बोलनेवालों को एकजुट करना वगैरह.
ऐसे मिला अमृतपाल सिंह को मौका वैसे तो इस चैटरूम में पंजाब से लेकर कनाडा तक के बीसियों लोग जुडे थे, जो इन मसलों पर लगातार बातें करते थे. लेकिन न जाने कब अमृतपाल सिंह नाम के एक नौजवान की इस चैटरूम में एंट्री हो गई. अमृतपाल की एंट्री वैसे तो चैटरूम में एक लिसनर यानी श्रोता के रूप में ही हुई थी, लेकिन रूम के कुछ पुराने सदस्यों और एनआरआईज़ के इशारे पर अमृतपाल सिंह को बोलने का मौका मिल गया. अब अमृतापाल सिंह अक्सर चैट रूम में अपनी बातें रखने लगा. लेकिन वो पंजाब और पंजाबियों के मसले पर कम बल्कि खालिस्तान पर ज्यादा बातचीत करता था. अलग देश की मांग रखता था.
जाहिर है चैटरूम की नींव रखनेवाले दीप सिद्धू को भी जल्द ही इसका अहसास हो गया कि अमृतपाल के इरादे ठीक नहीं है और फरवरी 2022 आते-आते दीप सिद्दू ने अमृतपाल से दूरी बनाते हुए ना सिर्फ उसे चैटरूम से ब्लॉक कर दिया. बल्कि दो हफ्तों के लिए उसे फोन पर भी ब्लॉक रखा.
15 फरवरी 2022, खरखोदा, हरियाणा इस कहानी में पहला ट्विस्ट तब आया, जब 15 फरवरी 2022 के रोज एक सड़क हादसे में दीप सिद्धू की अचानक मौत हो गई. अभी सिद्धू के चाहनेवाले इस सदमे से उबर पाते तब तक उन्होंने देखा कि सिद्धू के संगठन 'वारिस पंजाब दे' का फेसबुक पेज किसी ने हैक कर लिया है. और चंद दिनों में इस फेसबुक पेज पर अमृतपाल सिंह को 'वारिस पंजाब दे' के मुखिया के तौर पर दिखा दिया गया. और तो और वारिस पंजाब दे की कमान हाथ में लेते वक्त भी अमृतपाल सिंह ने ना तो अमृत छका था और ना ही उसके बाल और दाढी पूरी तरह बढे हुए थे. अमृतसर के बाबा बकाला तहसील के जल्लूपुरा गांव से आनेवाले अमृतपाल ने कपूरथला के पॉलिटेक्निक कॉलेज में दाखिला लिया था, लेकिन इससे पहले कि उसकी पढ़ाई पूरी होती, वो देश से बाहर चला गया और इन दिनों वो दुबई की एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था.

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