
दिल्ली: पराली पर छिड़काव के लिए तैयार हो रहा बायो डी-कम्पोजर का घोल, जानिए क्या होगी कीमत
AajTak
सर्दी के मौसम की शुरुआत में पराली जलाने के बाद हवा में प्रदूषण स्तर काफ़ी बढ़ जाता है और पराली प्रदूषण से निजात पाने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा इंस्टीट्यूट) में माइक्रो बायोलॉजी विभाग के वैज्ञानिकों ने बायो डी-कम्पोजर घोल तैयार किया है.
दिल्ली में इस साल भी पराली पर छिड़काव के लिए बायो डी-कम्पोजर का घोल तैयार किया जा रहा है. दिल्ली के बाहरी इलाकों में धान की खेती होती है और धान कटाई के बाद खेत में बचे हिस्से को पराली कहते हैं. अबतक किसान पराली को जलाकर इससे छुटकारा पाते थे क्योंकि किसान बिना समय बर्बाद किए अगली फ़सल की बुआई के लिए खेत तैयार करना चाहते हैं. सर्दी के मौसम की शुरुआत में पराली जलाने के बाद हवा में प्रदूषण स्तर काफ़ी बढ़ जाता है. और पराली प्रदूषण से निजात पाने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा इंस्टीट्यूट) में माइक्रो बायोलॉजी विभाग के वैज्ञानिकों ने बायो डी-कम्पोजर घोल तैयार किया है.
दिल्ली सरकार ने पिछले साल 4000 एकड़ खेत में बायो डी-कम्पोजर घोल का छिड़काव किया था. इस साल भी विभाग ने 21 टीम बनाई हैं जो खेत में पराली पर बायो डी-कम्पोजर घोल का छिड़काव करने के लिए किसानों के घर घर जाकर सहमति लेंगे. दिल्ली सरकार ने इस साल 5 हजार एकड़ में मुफ़्त छिड़काव करने का टारगेट तय किया है.
हालांकि, इस बार दिल्ली सरकार ने बायो डी-कम्पोजर घोल बनाने को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है. अबतक सरकार पूसा इंस्टिट्यूट की मदद से नज़फगढ़ के खड़खड़ी नाहर पार्क में बायो डी-कम्पोजर बनाया जाता था लेकिन अब पूसा इंस्टिट्यूट में ही घोल तैयार किया जाएगा.
पूसा इंस्टिट्यूट द्वारा 10 लीटर की मात्रा के बायो डी-कम्पोजार घोल तैयार किए जा रहे हैं. दिल्ली सरकार पूसा इंस्टिट्यूट से घोल खरीदेगी और सहमति दे चुके किसानों के खेत में मुफ़्त छिड़काव कराएगी. पूसा इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिकों ने बताया कि 10 लीटर घोल को 200 लीटर पानी में मिलाकर 1 एकड़ खेत में छिड़काव कर सकेंगे. पूसा इंस्टिट्यूट ने 1 लीटर बायो डी-कम्पोजार घोल की कीमत 75 रुपए तय की है यानी 10 लीटर घोल की 750 रुपए होगी.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने बायो डी-कम्पोजार घोल तैयार करने के लिए पहली बार पाउडर भी तैयार किया है. पूसा इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिकों ने बताया कि फ़िलहाल पाउडर की क़ीमत तय नहीं की गयी है क्यूंकि पावडर पर अभी परिक्षण जारी है. इसी साल दिल्ली के 1000 एकड़ खेत में इस पाउडर का ट्रायल किया जाएगा. पूसा इंस्टिट्यूट ने 500 ग्राम के पाउडर के पैकेट तैयार किए हैं. एक पैकेट को 200 लीटर पानी में घोलकर 1 एकड़ खेत में छिड़काव किया जा सकता है.
वैज्ञानिकों ने बताया कि बायो डी-कम्पोजर घोल बनाने के लिए पूसा इंस्टिट्यूट की प्रोडक्शन यूनिट में 8 वैज्ञानिकों समेत 20 लोगों की टीम काम करेगी. जानकारी के मुताबिक पूसा इंस्टिट्यूट में अबतक 25% घोल तैयार भी कर लिया गया है. दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने किसानों से रजिस्ट्रेशन कराने की अपील करते हुए बताया कि अक्टूबर महीने के पहले हफ़्ते में बायो डी-कम्पोजर घोल का छिड़काव शुरू कर दिया जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.







