तीन भाइयों ने बनाई गैंग, किसान के घर से चुराए 42 लाख, पुलिस ने पकड़ा तो 37 लाख की नकदी बरामद
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राजस्थान के बाड़मेर में रहने वाले 18 साल के लड़के ने अपने दो सगे भाइयों के साथ मिलकर गैंग बनाई. इसके बाद कई जगह चोरी और लूट की घटनाओं को अंजाम दिया. घटना की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपियों को पकड़ लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से 37 लाख की नकदी बरामद की है.
राजस्थान के बाड़मेर में तीन सगे भाइयों ने मिलकर ऐसी गैंग तैयार की, जो शहर से लेकर गांवों तक नकबजनी और लूट की वारदातों को अंजाम देती थी. हाल ही में बाड़मेर के सीमावर्ती धनाऊ गांव में किसान के घर से इस गैंग ने 42.65 लाख रुपए पार कर दिए थे. इस मामले में पुलिस ने तीन सगे भाइयों समेत गैंग के 6 सदस्यों को पकड़ा है.
बताया जा रहा है कि गैंग के सरगना हेमाराम की उम्र महज 18 साल है. वह अपने दो भाइयों और साथियों के साथ मिलकर वारदातों को अंजाम देता था. गैंग ने ज्वेलरी शॉप, शराब ठेके व पेट्रोल पंप पर लूट की वारदातों को अंजाम दिया है.
पुलिस ने तीनों भाइयों समेत 6 आरोपियों को पकड़ा है. इनके कब्जे से 37 लाख 8 हजार 100 रुपए कैश, एक अवैध पिस्टल और 4 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद ने बताया कि धनाऊ थाना क्षेत्र के भोजावास के निवासी तीन सगे भाई हेमाराम, हनुमाना राम और सुखराम ने नकबजनी की वारदातों के लिए गैंग बना रखी थी. इस गैंग में इनके साथी भी शामिल थे. 12 और 13 मार्च को इस गैंग ने दीनगढ़ में किसान के घर में घुसकर 42 लाख 65 हजार रुपये चोरी कर लिए थे. इसके बाद किसान हीराराम ने मामले की शिकायत पुलिस से की.
पुलिस ने केस मामला दर्ज कर टीमें गठित कीं और जांच शुरू की. पुलिस ने कई जगह के सीसीटीवी खंगाले. इस दौरान पता चला कि हेमाराम चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है. इसके बाद पुलिस ने हेमाराम व उसके साथी मोहनलाल व कंवराराम को पकड़कर पूछताछ की तो हेमाराम व उसके दो भाइयों और एक अन्य के साथ वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया.
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