ड्रोन के खतरे से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने BEL से किया एंटी-ड्रोन सिस्टम का करार, लेजर तकनीक पर होगा आधारित
ABP News
ड्रोन के खतरे से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने एंटी-ड्रोन सिस्टम के लिए बीईएल से करार किया है. ये तकनीक लेजर सिस्टम पर आधारित होगा जो कि ड्रोन को मार गिराएगा.
नई दिल्लीः ड्रोन के खतरे को भांपते हुए भारतीय नौसेना ने पहले एंटी-ड्रोन सिस्टम के लिए भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड (बीईएल) से करार किया है. लेजर तकनीक पर आधारित ये सिस्टम ड्रोन को जाम कर मार गिरा सकता है. रक्षा मंत्रालय का दावा है कि ये पहला स्वदेशी एंटी-ड्रोन सिस्टम है जो सशस्त्र सेनाओं के बेड़े में शामिल किया गया है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ये नेवल एंटी ड्रोन सिस्टम (एनएडीएस) डीआरडीओ ने तैयार किया है और बीईएल इसका उत्पादन कर रहा है. नेवल एंटी ड्रोन सिस्टम 'सॉफ्ट-किल' और 'हार्ड-किल' दोनों ही विकल्पों में उपलब्ध होगा. इस सिस्टम का पहला इस्तेमाल इसी साल राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में किया गया था. इसके बात गुजरात में मोदी-ट्रंप के रोड-शो और फिर लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर किया गया था.More Related News