
डोेनाल्ड ट्रंप की भारत समेत ब्रिक्स देशों को धमकी के बाद क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर
AajTak
डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को धमकी दी थी कि अगर वो अपनी नई करेंसी शुरू करते हैं तो उन्हें 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा. ट्रंप की इस धमकी से जुड़ीं चिंताओं को लेकर जयशंकर ने एक बयान दिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपना दूसरा कार्यकाल शुरू होने से पहले ही टैरिफ को लेकर दुनिया के देशों को धमकाना शुरू कर दिया है. ट्रंप ने कहा है कि अगर BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, साऊथ अफ्रीका जैसे विकासशील देशों का समूह) देशों ने अमेरिकी डॉलर को रिप्लेस करने की कोशिश की तो उन पर 100% टैरिफ लगाया जाएगा. ट्रंप की इस धमकी के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान सामने आया है.
सीआईआई पार्टनरशिप समिट में विदेश मंत्री ने सधे हुए लहजे में कहा, 'ट्रंप के दूसरे कार्यकाल को लेकर व्यापारिक हलकों में बातें चल रही हैं और मुझे हैरानी नहीं कि इस पर बहस हो रही है. अलग-अलग देशों को ट्रंप के पहले प्रशासन से अलग-अलग अनुभव हुए हैं और संभवतः दूसरे प्रशासन से संबंध बनाने के लिए वो देश पिछले संबंधों को ही देखेंगे. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भारत के लिए अमेरिका के साथ रणनीतिक मेलजोल समय के साथ और भी गहरा हुआ है, उन्होंने एक ऐसा वातावरण बनाया है जिसमें अधिक सहयोग का पता लगाया जा सकता है.'
जयशंकर ने आगे कहा, 'स्वाभाविक रूप से दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच, हमेशा कुछ देना और लेना होगा. जब हम आर्थिक या प्रौद्योगिकी डोमेन को देखते हैं, तो हाल के सालों में भारत-अमेरिका के बीच विश्वसनीय और भरोसेमंद साझेदारी बढ़ी है. इसलिए आगे जो कुछ भी है, वो पारस्परिक रूप से लाभकारी होगा. और इस संबंध में, भारत जितना अधिक योगदान दे सकता है, हमारी अपील उतनी ही मजबूत होगी.'
टैरिफ को लेकर ट्रंप ने क्या कहा था?
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया साइट ट्रूथ पर ब्रिक्स देशों को चेतावनी देते हुए कहा, 'यह सोचना कि ब्रिक्स देश डॉलर से दूर जाने की कोशिश कर रहे हैं और हम मूकदर्शक बने देखते रहेंगे, अब खत्म हो चुका है. हमें इन देशों से यह वादा चाहिए कि वे न तो नई ब्रिक्स करेंसी बनाएंगे, न ही शक्तिशाली अमेरिकी डॉलर की जगह किसी अन्य करेंसी का समर्थन करेंगे वरना उन्हें 100% टैरिफ का सामना करना पड़ेगा. उन्हें अपना सामान अमेरिका में बेचना छोड़ना पड़ेगा.'
उन्होंने आगे कहा, 'वो कोई दूसरा मूर्ख ढूंढ सकते हैं! इस बात की कोई संभावना नहीं है कि ब्रिक्स अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अमेरिकी डॉलर की जगह ले लेगा, और जो भी देश ऐसा करने की कोशिश करेगा, उसे अमेरिका को अलविदा कह देना चाहिए.'

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.








