झारखंड: सरहुल और रामनवमी पर कोरोना का साया, नहीं निकलेगा जुलूस! जानिए क्या बोले CM
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मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान ना करे झारखंड में लॉकडाउन की स्थितियां खड़ी हों, इसलिए सजग रहने की जरूरत है. कोरोना के विकराल रूप की आहट सुनाई दे रही है, इसी को देखते हुए पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग की थी.
झारखंड में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बातों से यह स्पष्ट हो गया है कि इस साल झारखंड में सरहुल और रामनवमी का जुलूस नहीं निकलेगा. बजट सत्र के समापन भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि फिर से संक्रमण बढ़ रहा है, रांची और जमशेदपुर में ज्यादा मामले सामने आए हैं, इसको लेकर सरकार गंभीर है, इसी वजह से झारखंड में अब तक जुलूस और भीड़ भाड़ पर रोक जारी है, ताजा हालात को देखते हुए मंगलवार को आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा की गई है, इसलिए जरूरी है कि हालात नियंत्रण में आने तक भीड़-भाड़ पर रोक लगाई जाए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भगवान ना करे झारखंड में लॉकडाउन की स्थितियां हों, इसलिए सजग रहने की जरूरत है. कोरोना के विकराल रूप की आहट सुनाई दे रही है, इसी को देखते हुए पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग की थी. मीटिंग में पीएम को राज्य के हालात से अवगत कराया गया था.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.