
जो हाथ कभी गढ़ते थे ताजमहल के ‘माॅडल’ अब ‘शिवलिंग’ बनकार कर रहे हैं परिवार का गुजारा
Zee News
पर्यटकों की कमी की वजह से न सिर्फ सरकार को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है बल्कि यहां आगरा में पर्यटन कारोबार से जुड़े दूसरे कारोबारी और कारीगरों के सामने में भूखे मरने की नौबत आ गई है.
आगराः कोविड-19 वबा की वजह से न सिर्फ टूरिजम इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचा है बल्कि इससे जुड़े छोटेे-मोटे कोरोबारी और कारीगरों के सामने भी रोजी-रोटी की दिक्कतें खड़ी हो गई है. देश-विदेश के पर्यटकों से कभी गुलजार रहने वाला ताज नगरी आगरा महामारी के बाद पर्यटकों की कमी की समस्या से जूझ रहा है. पर्यटकों की कमी की वजह से न सिर्फ सरकार को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है बल्कि यहां आगरा में पर्यटन कारोबार से जुड़े दूसरे कारोबारी और कारीगरों के सामने में भूखे मरने की नौबत आ गई है.
देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाने लगे कलाकार ताजमहल आने वाले पर्यटक अक्सर यहां से लौटते वक्त अपने सफर को यादगार बनाने के लिए ताजमहल की रेप्लिका खरीदकर अपने साथ ले जाते हैं. इस कारोबार से यहां ढेर सारे लोग जुड़े हुए थे, जो पत्थरों और लकड़ी के छोटे-छोटे ताजमहल बनाकर पर्यटकों को फरोख्त करते थे. पर्यटकों की तादाद में कमी होने के बाद यहां के कलाकार अब अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाने का काम करने लगे हैं. कोविड-19 महामारी के दस्तक देने के बाद से ये कलाकार सीमित कामगारों के साथ मुश्किल हालात में काम कर रहे हैं.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









