
जंग की ओर बढ़ा चीन? नैंसी पेलोसी के लौटते ही ताइवान की नाकेबंदी की, अमेरिका ने दुस्साहस को लेकर चेताया
AajTak
चीन नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर भड़का हुआ है. उसने पहले भी अमेरिका को ये दौरा टालने के लिए कहा था. साथ ही ताइवान को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. अब नैंसी पेलोसी के लौटते ही चीन ने समुद्र में सैन्य गतिविधियां शुरू कर दी हैं. ऐसे में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जीन पियरे ने बुधवार को कहा कि चीन नैंसी पेलोसी के ताइवान के दौरे को संकट में न बदले.
अमेरिकी सीनेट स्पीकर नैंसी पेलोसी के लौटते ही चीन ने ताइवान की नाकेबंदी कर दी है. इतना ही नहीं चीन ने ताइवान से लगे इलाकों में सैन्य अभ्यास भी शुरू कर दिया है. चीन की ओर से इस युद्धाभ्यास के लिए कई युद्धपोत, फाइटर जेट, मिसाइलों को तैनात किया गया है. इतना ही नहीं चीन की नौसेना ताइवान की सीमा से सिर्फ 9 समुद्री मील की दूरी पर सैन्य अभ्यास करेगी. इससे ताइवान के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है. उधर, अमेरिका ने भी चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि नैंसी पेलोसी के दौरे को संकट में न बदलें.
दरअसल, चीन नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर भड़का हुआ है. उसने पहले भी अमेरिका को ये दौरा टालने के लिए कहा था. साथ ही ताइवान को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. अब नैंसी पेलोसी के लौटते ही चीन ने समुद्र में सैन्य गतिविधियां शुरू कर दी हैं. चीन के इस कदम को युद्ध भड़काने जैसा ही माना जा रहा है. दरअसल, जब यूक्रेन ने नाटो की सदस्यता लेने का ऐलान किया था, तब रूस ने भी इसी तरह सैन्य अभ्यास की आड़ में सीमा तक सेना पहुंचाई थी. इसके बाद फरवरी में यूक्रेन पर हमला कर दिया था. उधर, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जीन पियरे ने बुधवार को कहा कि चीन नैंसी पेलोसी के ताइवान के दौरे को संकट में न बदले.
इससे पहले चीन ने बुधवार को ताइवान के एयर डिफेंस क्षेत्र में 27 लड़ाकू विमान भेजे थे. इनमें से 22 विमान ने मेडियल लाइन को पार किया था जो दोनों देशों के बीच में एक अघोषित सीमा है. इतना ही नहीं चीन ने ताइवान के चारों तरफ 6 जगहों से हवा और समुद्र में अभ्यास करने का ऐलान किया है. माना जा रहा है कि चीन ताइवान के सामने अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना चाहता है.
पेलोसी ने चीन को दिया सख्त संदेश
नैंसी पेलोसी ने ताइवान की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति साई इंग वेन से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि अमेरिका ताइवान के लोकतंत्र की रक्षा करेगा. साथ ही ताइवान से किए हुए हर वादे को निभाएगा. पेलोसी ने अपनी यात्रा के दौरान लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी. इसमें 1989 के तियानमेन स्क्वायर पर हुए प्रदर्शन के दौरान छात्र नेता रहे कैक्सी भी शामिल थे. जो 2019 में हॉन्गकॉन्ग चले गए थे. उधर, अमेरिका ने चीन को ताइवान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई न करने की धमकी दी है.
उधर, नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, हमारी स्थिति एकदम साफ है. हम महासभा के प्रस्तावों के तहत चीन की वन चाइना पॉलिसी का समर्थन करते हैं.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









