चीन को घेरने के लिए इन मुस्लिम देशों से अमेरिका ने मिलाया हाथ
AajTak
अमेरिका ने कन्फर्म किया है कि चारों देश एक नया क्वाड ग्रुप बनाने के लिए सहमत हुए हैं, जल्द ही इसकी मीटिंग भी होगी, इसका मुख्य उद्देश्य रीजनल कनेक्टिविटी बढ़ाना है, ये क्वाड ग्रुप ऐसे समय में स्थापित किया जा रह है जबकि चीन भी अफगानिस्तान में अपने बेल्ट रोड इनिशिएटिव का विस्तार करने की इच्छा रखता है.
अमेरिका चीन के नए दोस्त पाकिस्तान के साथ मिलकर अब उसे नई चुनौती देने की तैयारी में है. भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान के गुट वाले क्वाड (Quad) ग्रुप की तरह ही अमेरिका अब अफगानिस्तान, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के साथ एक नया क्वाड ग्रुप बनाने जा रहा है. इस नए डिप्लोमेटिक प्लेटफार्म का फोकस इन क्षेत्रों में रीजनल कनेक्टिविटी पर रहेगा ताकि इन देशों में समृद्धि और शांति के द्वार खुलें. इस बात की पुष्टि स्वयं बिडेन प्रशासन ने की है. (फोटो- AP) अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को बताया, 'सभी पक्ष मानते हैं कि रीजनल कनेक्टिविटी के लिए अफगानिस्तान में शांति और स्थायित्व जरूरी है और इस बात पर सहमत हैं कि रीजनल कनेक्टिविटी और शांति दोनों एक दूसरे को मजबूत करते हैं.' (फोटो- Getty Images)पुणे के हिट एंड रन केस में आज कई खुलासे हुए. अब पुणे पुलिस उस आदेश की भी जांच कर रही है जिसमें जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने आरोपी को हादसे पर निबंध लिखने की सजा देकर घर जाने दे दिया था. पुलिस ये पता लगा रही है कि क्या ऐसी सजा बोर्ड ने अपनी मर्जी से सुनाई या उस बोर्ड के सदस्य पर किसी का कोई प्रभाव था. देखें रणभूमि.
भारत 46वें अंटार्कटिक संसद की मेजबानी कर रहा है. 30 मई तक चलने वाली इस बैठक में बर्फीले महाद्वीप से जुड़े कई मुद्दों पर बात होगी. फिलहाल वैज्ञानिक परेशान हैं क्योंकि अंटार्कटिक महासागर के भीतर धाराएं कमजोर पड़ रही हैं. डर जताया जा रहा है कि साल 2050 तक ये बहाव इतना कम हो जाएगा कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन घटने लगेगी.