
चीनी साइबर हमलाः महाराष्ट्र को चिंता क्यों होनी चाहिए
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भारत का सबसे औद्योगिकृत राज्य और वित्तीय केंद्र हमलों के प्रति संवेदनशील है. हाल में हुए हमले के बारे में पता चला है कि उसे चीन की एक कंपनी ने किया था.
महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने 1 मार्च को स्वीकार किया कि न्यूयॉर्क टाइम्स की वह रिपोर्ट सही है जिसमें कहा गया है कि 12 अक्तूबर, 2020 को चीनी साइबर हमले की वजह से मुंबई में चारों तरफ बिजली गुल हो गई थी. राउत ने कहा कि उनके विभाग की ओर से गठित जांच लगभग पूरी हो गई है और जल्दी ही रिपोर्ट आ जाएगी. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में एक अमेरिकी कंपनी के हवाले से बताया गया कि यह हमला चीनी हैकरों ने किया था, जिन्होंने महाराष्ट्र इलेक्ट्रिसिटी सप्लाइ कंपनी के कंट्रोल सिस्टम में मालवेयर रख दिया था. यह कंपनी हर रोज मुंबई को 1,000 मेगावाट बिजली आपूर्ति करती है. दूसरी बिजली कंपनियों—टाटा ग्रुप और अडानी ग्रुप—की आपूर्ति भी ठप हो गई थी. यह हमला 12 अक्तूबर को सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शहर की बिजली आपूर्ति ठप हो गई. ट्रेनें जहां की तहां खड़ी हो गईं, अस्पतालों में सर्जरी रुक गई और स्कूलों ने बच्चों की छुट्टी कर दी. बिजली दोपहर को ही आ सकी. महाराष्ट्र साइबर विभाग ने शुरुआती जांच में पाया कि मुंबई के बाहर भिवंडी के नजदीक पदघा में स्थित लोड डिस्पैच सेंटर में मालवेयर था. राउत ने तब कहा कहा था कि एक तकनीकी गड़बड़ी की वजह से बिजली गुल हो गई थी.
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