गुजरात में AAP विधायक ने नए राज्य की उठाई मांग, कहा- आदिवासियों के लिए बनाया जाए भील प्रदेश
AajTak
गुजरात में AAP विधायक चैतर वसावा ने आदिवासियों के लिए नए राज्य 'भील प्रदेश' की मांग उठाई है. उनका कहना है कि आदिवासियों के साथ अन्याय हो रहा है इसलिए नया राज्य जरूरी है. आप नेता का कहना है कि इतिहास में भी भील प्रदेश नाम का एक राज्य था, लेकिन भारत की आजादी के बाद उसे विभाजित करके 4 राज्यों में मिला दिया गया.
गुजरात में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक और आदिवासी नेता चैतर वसावा ने मंगलवार को गुजरात और तीन पड़ोसी राज्यों में आदिवासी आबादी के लिए एक अलग राज्य 'भील प्रदेश' की मांग फिर से उठाई.
गुजरात के नर्मदा जिले में ST आरक्षित डेडियापाड़ा सीट से आप विधायक चैतर वसावा ने कहा, 'इतिहास हमें बताता है कि भील प्रदेश नामक एक अलग राज्य था. लेकिन स्वतंत्रता के बाद उस राज्य को विभाजित किया गया और इसके हिस्सों को गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे विभिन्न राज्यों में मिला दिया गया. इससे पहले भारतीय ट्राइबल पार्टी के संस्थापक और पूर्व विधायक छोटूभाई वसावा ने भी यह मांग उठाई थी.
39 जिलों को मिलाकर राज्य बनाने की मांग
लेकिन आज AAP विधायक ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दावा किया कि इन चार राज्यों (गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र) में 39 आदिवासी बहुल जिले हैं, जो पुराने भील प्रदेश का गठन करते हैं. चैतर वसावा ने कहा कि संविधान की पांचवीं अनुसूची (जिसमें अनुसूचित क्षेत्रों के प्रशासन और नियंत्रण के संबंध में प्रावधान हैं) अभी भी इन जिलों पर लागू है.
उन्होंने कहा कि छोटूभाई वसावा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने कई साल पहले तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को इस मांग से जुड़ा एक ज्ञापन सौंपा था. आप नेता ने कहा, 'यदि सरकार आदिवासियों के साथ अन्याय करना जारी रखती है, तो हम निश्चित रूप से एक अलग भील प्रदेश की मांग उठाएंगे.'
'आदिवासियों से साथ हो रहा अन्याय'
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.