
'गले का फंदा है वो, दम घुटता है', बाबू राव के रोल में परेशान परेश रावल, बोले- मुक्ति चाहिए
AajTak
एक इंटव्यू में परेश रावल ने बताया कि उन्हें कॉमिक रोल बाबू राव में टाइपकास्ट होने का अफसोस है. परेश ने बाबू राव की अपनी इस ऑनस्क्रीन इमेज से बाहर आने की कोशिश भी की थी. लेकिन इसमें वो कामयाब नहीं हो पाए. उन्होंने बताया कैसे वो इस जोनर में फंसकर रह गए.
दिग्गज एक्टर परेश रावल को उनके आइकॉनिक रोल बाबू राव में जिसने भी देखा, उनकी एक्टिंग का कायल हो गया. फिल्म हेरा फेरा का ये किरदार उनमें ऐसा फिट हुआ कि दर्शक उन्हें बाबू राव ही बोलने लगे. लेकिन क्या आप जानते हैं परेश 'बाबू राव' के अपने आइकॉनिक रोल से ऊब चुके हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने तो इसे गले का फंदा तक कह डाला है.
परेश का छलका दर्द एक इंटव्यू में परेश रावल का दर्द छलका. उन्हें खुद के इस कॉमिक रोल में टाइपकास्ट होने का अफसोस है. परेश ने बाबू राव की अपनी इस ऑनस्क्रीन इमेज से बाहर आने की कोशिश भी की थी. लेकिन इसमें वो कामयाब नहीं हो पाए. उन्होंने बताया कैसे वो इस जोनर में फंसकर रह गए. वो डायरेक्टर आर बाल्की और विशाल भारद्वाज के पास गए थे. उनसे ऐसा रोल मांगा जो बाबू राव की उनकी इमेज को तोड़े. लेकिन विशाल ने कहा कि वो किरदारों के रीमेक नहीं बनाते.
बाबू राव की इमेज से चाहते थे छुटकारा, लेकिन... द लल्लनटॉप संग बातचीत में बाबू राव के रोल को लेकर परेश ने कहा- ''वो गले का फंदा है. 2006 में हेरा फेरा पार्ट 2 रिलीज हो गई थी. मैं 2007 में विशाल भारद्वाज जी के पास गया था. मैंने उनसे कहा कि मेरे पास एक फिल्म है, मुझे इसकी जो एक इमेज है उससे छुटकारा चाहिए. वो आप करके दे सकते हैं मुझे. जो भी आता है वो हेरा फेरी वाली इमेज लेकर आता है. मैं एक्टर हूं, मुझे फंसना नहीं है इस दलदल में.''
''फिर मैं 2022 में डायरेक्टर आर बाल्की के पास गया. मैंने उनसे कहा मुझे कुछ ऐसा रोल दो. इसका तोड़ दो. ये नहीं तो कुछ दूसरा करो. इसी गेटअप में मुझे कुछ दूसरा कैरेक्टर दो. मेरा इसमें दम घुटता है. खुशी तो होती है. लेकिन ये बहुत ही बांधने वाली चीज है. मुझे इससे मुक्ति चाहिए.''
बात करें हेरा फेरी के तीसरे पार्ट की तो, जनवरी में प्रियदर्शन ने हेरा फेरा 3 के डायरेक्शन की अनाउंसमेंट की थी. इसमें फिर से परेश रावल, सुनील शेट्टी और अक्षय कुमार की जोड़ी बनेगी. पहली हेराफेरी 2000 में आई थी. ये ब्लॉकबस्टर रही. इसका सेकंड पार्ट 2006 में आया. इसे नीरज वोरा ने बनाया था. फैंस परेश को सिल्वर स्क्रीन पर बाबू राव के रोल में देखने के लिए बेताब हैं.













