
गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार क्या कुछ रहा अलग? जानें 10 खास बातें
Zee News
देश आज 26 जनवरी को अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर तरफ गणतंत्र का रंग है. आपको गणतंत्र दिवस की परेड की 10 खास बातें बताते हैं.
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की राजधानी दिल्ली भी राष्ट्र के इस महापर्व के मौके पर सजी-धजी दिखी. 73 सालों से इस महापर्व का साक्षी बना राजपथ का नाम इतिहास बन चुका है और राजपथ अब कर्तव्य पथ बन चुका है. ऐसा पहली बार हुआ, जब कर्तव्य पथ पर पूरा देश न्यू इंडिया और पराक्रमी भारत की आन-बान और शान से रूबरू हुआ.
गणतंत्र दिवस परेड की खास बातें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 74वें गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराया. इस बार भी गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के तौर पर किसी राष्ट्राध्यक्ष को आमंत्रित किया गया और इस बार मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी समारोह के मुख्य अतिथि रहे.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








