कोरोना के हल्के लक्षणों में रेमडेसिविर लगाने का फायदा नहीं, AIIMS डायरेक्टर का बयान
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कोरोना काल में देश के तीन बड़े डॉक्टर्स ने प्रेसवार्ता की. डॉक्टर्स की टीम में डॉ रणदीप गुलेरिया (डायरेक्टर AIIMS दिल्ली), डॉ देवी शेट्टी (चेयरमैन, नारायण हेल्थ) और डॉ नरेश त्रेहन (चेयरमैन, मेदांता अस्पताल) शामिल रहे.
देशभर में कोरोना का संकट गहराया हुआ है. हर तरफ बेड, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की मारामारी मची है. लोगों के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन को लेकर चल रही उहापोह को विराम देते हुए एम्स के डायरेक्टर गुलेरिया ने इस इंजेक्शन के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें बताईं. उन्होंने कहा कि 85 पर्सेंट कोरोना मरीज बिना रेमडेसिविर, स्टेरॉयडस या दूसरी ड्रग के ठीक हो रहे हैं. इस दौरान कॉमन कोल्ड की दवाएं पैरासीटामॉल और विटामिन खाकर लोग नेगेटिव हो रहे हैं. इसके अलावा एक्सरसाइज और आइसोलेशन बहुत जरूरी है. केवल 15 पर्सेंट ऐसे मरीज हैं जो पहले से मॉडरेट डिजीज का शिकार हैं और जिनमें ऑक्सीजन दर गिर जाती है, जिन्हें बहुत फीवर है, और इन्फलैमेशन है. उन्हें रेमडेसिविर, स्टेरॉयड या कई बार प्लाज्मा देकर ठीक किया जाता है. लेकिन ऐसा बहुत कम प्रतिशत में है.कोटा जिला कलेक्टर ने तपती गर्मी से बच्चों को राहत देने के लिए कोचिंग संस्थानों को निर्देशित किया है कि दोपहर 12:00 बजे से पहले और 3:00 के बाद ही कोचिंग के बच्चों के क्लास का समय रखें. दोपहर 12 से 3 के बीच टेंपरेचर 47 से 48 रह रहा है और इस बीच अगर कोचिंग क्लास के लिए बच्चे निकलते हैं तो लू-ताप से बीमार होने की संभावना रहती है.
Electric Scooter Fire: बीते दिनों दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में चार मंजिला बिल्डिंग में आग लग गई. जिस इमारत में आग लगी उसके बेसमेंट में 11 टू-व्हीलर खड़े थें जिनमें एक इलेक्ट्रिक इस्कूटर भी था. बताया जा रहा है कि, इस इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्ज में लगाया गया था और सबसे पहले आग इसी स्कूटर में लगी थी.