
केवल माइलेज देखकर नहीं खरीदें कार-बाइक, ये नुकसान भी हैं
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पेट्रोल-डीजल महंगे होने से लोग कार-बाइक खरीदने से पहले माइलेज पर फोकस करते हैं. ग्राहक ऐसी गाड़ियों की तलाश करते हैं, जिससे कम खर्चे में लंबा सफर तय किया जा सके. अक्सर लोग माइलेज के चक्कर में डीजल कारें खरीद लेते हैं.
पेट्रोल-डीजल महंगे होने से लोग कार-बाइक खरीदने से पहले माइलेज पर फोकस करते हैं. ग्राहक ऐसी गाड़ियों की तलाश करते हैं, जिससे कम खर्चे में लंबा सफर तय किया जा सके. अक्सर लोग माइलेज के चक्कर में डीजल कारें खरीद लेते हैं. (Photo: Getty Images) पेट्रोल के मुकाबले डीजल कारें ज्यादा माइलेज देती हैं. लेकिन क्या केवल माइलेज देखकर वाहन खरीदना चाहिए. एक्सपर्ट की हमेशा सलाह रहती है कि कार-बाइक खरीदते वक्त माइलेज का ध्यान जरूर रखें, लेकिन इसके अलावा भी कई अहम पहलू हैं, जिसपर जरूर गौर करें. (Photo: Getty Images) दरअसल, आज से कुछ साल पहले तक पेट्रोल और डीजल के दामों में काफी अंतर थे. धीरे-धीरे अब ये अंतर कम हो गए हैं. फिलहाल करीब 10 फीसदी का अंतर है. अब आइए जानते हैं, केवल माइलेज देखकर कार-बाइक क्यों नहीं खरीदें.
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