
केदारनाथ धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब, एक ही दिन में 30 हज़ार से ज्यादा भक्तों ने किए दर्शन
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केदारनाथ धाम में बाबा केदार के दर्शनों के लिए 2 मई को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. यात्रा कंट्रोल रूम, रुद्रप्रयाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस दिन शाम 7 बजे तक कुल 30,154 श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम में दर्शन किए.
केदारनाथ धाम में बाबा केदार के दर्शनों के लिए 2 मई को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. यात्रा कंट्रोल रूम, रुद्रप्रयाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस दिन शाम 7 बजे तक कुल 30,154 श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम में दर्शन किए. इनमें 19196 पुरुष, 10597 महिलाएं और 361 बच्चे शामिल थे. हालांकि इस दिन कोई भी विदेशी श्रद्धालु दर्ज नहीं हुआ. श्रद्धालुओं की यह संख्या तीर्थ यात्रा की बढ़ती आस्था को दर्शाती है. वहीं, यमुनोत्री और गंगोत्री में 2 मई को क्रमशः 7112 श्रद्धालु और 7408 श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे.
शिवभक्तों के जयकारों से गूंज उठा केदारनाथ
हिमालय की गोद में स्थित प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग केदारनाथ मंदिर के कपाट शुक्रवार सुबह विधिवत रूप से खोले गए, जिसमें 12,000 से अधिक श्रद्धालु उपस्थित रहे. बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) के अधिकारियों के अनुसार समुद्र तल से 11000 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर के द्वार 2 मई को सुबह 7 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले गए. इस पावन अवसर पर मंदिर को 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया, जिनमें गुलाब और गेंदा समेत 54 प्रकार के फूल शामिल थे. ये फूल नेपाल, थाईलैंड और श्रीलंका जैसे देशों से मंगवाए गए थे. चारधाम यात्रा के चार मंदिरों में से केदारनाथ सबसे अधिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से 11वां है.
मंदाकिनी और सरस्वती नदी के संगम पर होगी भव्य आरती समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक BKTC के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ मंदिर के द्वार खोलने की प्रक्रिया सुबह 5 बजे शुरू हो गई थी. इस दौरान रावल (मुख्य पुजारी) भीमाशंकर लिंग, पुजारी बगेश लिंग, केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, BKTC के CEO विजय प्रसाद थपलियाल, तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्टी, अन्य धार्मिक आचार्य और वेदपाठी मंदिर के पूर्वी द्वार से गर्भगृह की पूजा में सम्मिलित हुए. इस बार श्रद्धालुओं के लिए एक नई शुरुआत की गई है. मंदिर के पास मंदाकिनी और सरस्वती नदी के संगम पर भव्य 'आरती' का आयोजन होगा, जो वाराणसी, हरिद्वार और ऋषिकेश की गंगा आरती की तर्ज पर होगी.
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस अवसर पर मौजूद रहे और कपाट खुलने के बाद सबसे पहले पूजा-अर्चना कर राज्य और देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की. हर वर्ष लाखों श्रद्धालु देश और विदेश से केदारनाथ धाम दर्शन के लिए पहुंचते हैं. मंदिर सर्दियों में बंद रहता है.
बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे

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