
'कुछ लोग मसाला डालते-डालते गुटखा डाल देते हैं', पठान मूवी पर बोले मुख्तार अब्बास नकवी
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मुख्तार अब्बास नकवी ने पठान मूवी पर कहा कि कला से कपट और सिनेमा से साजिश नहीं होनी चाहिए. कला की अपनी जगह है और सिनेमा की अपनी जगह है, लेकिन कुछ लोगों की आदत है कि फिल्म में मसाला डालते-डालते गुटखा मसाला डाल देते हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म 'पठान' की तुलना गुटखा मसाला से की है. नकवी ने कहा कि कला से कपट और सिनेमा से साजिश नहीं होनी चाहिए. कला की अपनी जगह है और सिनेमा की अपनी जगह है, लेकिन कुछ लोगों की आदत है कि फिल्म में मसाला डालते-डालते गुटखा मसाला डाल देते हैं, यह सेहत के लिए हानिकारक है.
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा पठान का विरोध किए जाने पर कहा कि ऐसी फिल्म जिसकी कला में कपट हो और फिल्म में साजिश हो, वह कभी भी लोगों को स्वीकार नहीं होती है. इस दौरान बीजेपी ने अखिलेश के भगवा और पठान पर किए ट्वीट पर कहा कि लोग फिल्म के प्रमोशन में काम कर रहे हैं तो हम क्या कर सकते हैं.
दारुल उलूम फरंगी महल के प्रवक्ता सूफिया निजामी ने शाहरुख की पठान मूवी के विरोध का कारण मजहबी बताया. उन्होंने कहा कि मुल्क के अंदर जिस तरह के हालात हैं जो एक समूह को लेकर बनाए जा रहे हैं उसका दायरा बढ़कर फिल्म तक आ गया है. इससे पहले भी पुरानी फिल्मों की तस्वीरें वायरल हुई है कि उनमें भी इस तरीके के रंग का इस्तेमाल किया गया है पर उस वक्त किसी तरीके की आपत्ति नहीं जताई है, लेकिन इसका ताल्लुक पठान फिल्म से है और शाहरुख खान से है जो एक खास मजहब से आते हैं. इसलिए तमाम चीजें मजहबी तौर पर सामने दिख रही हैं.
पठान और मुसलमान का रहने का एक अलग तरीका है, वह किसी वल्गर चीजों में नहीं पड़ते हैं, लेकिन इसको मजहबी रंग दिया जा रहा हैं जिससे हिंदू और मुस्लिम की राजनीति की जाए.
एमपी उलेमा बोर्ड ने जताई थी नाराजगी
इससे पहले मध्य प्रदेश उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष सैयद अनस अली ने कहा था कि एक फिल्म पठान नाम से बनी है, जिसमें शाहरुख खान एक हीरो हैं, लोग उन्हें देखते हैं, पसंद करते हैं. लेकिन हमारे पास कई जगह से फोन और शिकायतें आई हैं और उन्होंने गुस्से का इजहार किया है कि इस फिल्म के अंदर अश्लीलता फैलाई गई है और इसमें इस्लाम का गलत प्रचार प्रसार किया गया है. सैयद अनस अली ने अपील की थी इस फिल्म को रिलीज न किया जाएग. इसके साथ ही हज कमेटी से सिफारिश की कि वो शाहरुख खान को आगे से उमरा पर जाने के लिए भी वीजा ना दें.

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