
कांवड़ियों के हंगामे के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर लगाई गई यातायात पाबंदी, PAC की भी तैनाती
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शनिवार को कथित तौर पर एक कार की चपेट में आने से गुस्साए कांवड़ियों ने ड्राइवर को गाड़ी से बाहर खींच लिया था और उसकी पिटाई कर दी थी. उन्होंने कथित तौर पर कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था. एक्सप्रेसवे पर जमकर हंगामा हुआ था.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने रविवार को कहा कि एक कार द्वारा कुछ कांवड़ियों को टक्कर मारने की घटना के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर यातायात प्रतिबंध लगा दिया गया है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है. गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने कहा, 'मोदीनगर के कादराबाद गांव से गाजियाबाद जिले के प्रत्येक एंट्री प्वाइंट से लेकर मेरठ रोड तिराहा, मोहन नगर, लोनी रोड, लिंक रोड, यूपी-दिल्ली सीमा से दिलशाद गार्डन तक सड़क पर वाहन के प्रवेश को रोकने की व्यवस्था की गई है.'
नागरिक भी दे रहे साथ पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस यातायात योजना को सुनिश्चित करने के लिए नागरिक और यातायात पुलिस अतिरिक्त निगरानी रख रहे हैं. उन्होंने बताया कि क्षेत्र के नागरिक समाज के स्वयंसेवक पुलिस की मदद करेंगे और क्षेत्र में किसी भी अप्रिय गतिविधि की सूचना देंगे.
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कांवड़ियों को कार ने मारी टक्कर दरअसल, शनिवार को कथित तौर पर एक कार की चपेट में आने से गुस्साए कांवड़ियों ने ड्राइवर को गाड़ी से बाहर खींच लिया था और उसकी पिटाई कर दी थी. उन्होंने कथित तौर पर कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था. कार मालिक की पहचान मुरादनगर के मूल निवासी नौबहार सिंह (40) के रूप में हुई थी, जो घटना के समय भी वाहन में थे. पुलिस आयुक्त ने कहा कि ड्राइवर कथित तौर पर नशे की हालत में था और गलत दिशा में कार चला रहा था. इस घटना के बाद कांवड़ियों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को अवरुद्ध कर दिया और हंगामा किया, जिसके परिणामस्वरूप यातायात जाम हो गया.
PAC भी तैनात अधिकारी ने बताया कि रावली रोड से सटे मुरादनगर शहर के गंग नहर पुल पर पीएसी की दो कंपनियां तैनात की गई हैं और घटना के बाद संवेदनशील स्थिति को देखते हुए जिले के अन्य इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बता दें कि हरिद्वार समेत कई इलाकों में कांवड़ियों के हंगामे की खबर सामने आई है. जगह-जगह पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जा रहा है.

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