कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष को भारत ने दिया तगड़ा जवाब
AajTak
भारत ने जम्मू-कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोज्किर के दिेए बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. वोल्कन बोज्किर ने पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर विवाद के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र के मंच पर और अधिक मजबूती के साथ उठाने की बात कही थी, जिसकी भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी आलोचना की है.
भारत ने जम्मू-कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के अध्यक्ष वोल्कन बोज्किर के दिए बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. वोल्कन बोज्किर ने पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर विवाद के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र के मंच पर और अधिक मजबूती के साथ उठाने की बात कही थी, जिसकी भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी आलोचना की है. भारत ने कहा कि वोल्कन बोज्किर का बयान अनुचित और खेदपूर्ण है. (फोटो-PTI) भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा, 'हम संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोज्किर की तरफ से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के संबंध में की गई अनुचित टिप्पणी को लेकर अपना कड़ा विरोध व्यक्त करते हैं.' अरिंदम बागची ने कहा कि वोल्कन बोज्किर का यह कहना कि पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर के मुद्दे को जोरशोर से उठाना चाहिए, अस्वीकार्य है. कश्मीर के मसले का किसी वैश्विक स्थिति से तुलना करने का कोई आधार नहीं है. (फोटो-PTI) Our response to media queries on remarks made by President of the United Nations General Assembly with respect to the Indian Union Territory of Jammu and Kashmir: https://t.co/knzjJHyAeO pic.twitter.com/5HKTd31rufभारत 46वें अंटार्कटिक संसद की मेजबानी कर रहा है. 30 मई तक चलने वाली इस बैठक में बर्फीले महाद्वीप से जुड़े कई मुद्दों पर बात होगी. फिलहाल वैज्ञानिक परेशान हैं क्योंकि अंटार्कटिक महासागर के भीतर धाराएं कमजोर पड़ रही हैं. डर जताया जा रहा है कि साल 2050 तक ये बहाव इतना कम हो जाएगा कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन घटने लगेगी.
इजरायल ने रफा में हमास के ठिकानों पर रविवार को हवाई हमला किए हैं. इजरायली सेना के इस हमले में कम से कम 35 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और कई लोग घायल हो गए हैं. गाजा में हमास द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किदरा ने कहा, हमले में 34 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.