
कर्नाटक सरकार के फैसले पर.. बीजेपी का कांग्रेस पर हमला, कहा ये लोकतंत्र क्या बचाएंगे
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भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, ये राज्य की पुलिस को नहीं बचा पा रहे तो देश के लोकतंत्र को क्या बचाएंगे. स्वराज ने कहा कांग्रेस सरकार ने अपने स्वार्थी राजनीतिक हित की पूर्ति के लिए मामले को वापस लेने का फैसला किया है.
भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है. भाजपा ने सवाल पूछा है कि जब कांग्रेस राज्य के पुलिस कर्मियों की सुरक्षा करने में असमर्थ है, तो वो देश के लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकती है.
16 अप्रैल 2022 को राज्य के हुबली जिले से एक मामला सामने आया था, जिसमें के ग्रुप ने पुलिस वालों पर पथराव किया था. जिसके बाद उन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, लेकिन अब कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने केस वापस लेने का फैसला किया है. सरकार के इस फैसले के बाद भाजपा का बयान सामने आया है.
बांसुरी स्वराज साधा निशाना इस मामले पर नई दिल्ली से भाजपा के सांसद बांसुरी स्वराज ने पार्टी मुख्यालय पर हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में निशाना साधते हुए कहा कि मैं सरकार के इस फैसले से बिल्कुल स्तब्ध हूं. यह तुष्टिकरण की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है. उनलोगों पर बेहद गंभीर आरोप थे. एक पुलिस स्टेशन पर हमला हुआ था. इस दंगे में 158 लोग से ज्यादा शामिल थे. उन्होंने आगे कहा कि इस घटना में कई पुलिस वाले घायल हुए थे, मैं कांग्रेस सरकार से पुछना चाहती हूं कि जब वो राज्य कि पुलिस की रक्षा नहीं कर सकते तो वो लोकतंत्र को भला कैसे बचाएंगे.
प्रदेश की सरकार पर तंज कसते हुए स्वराज ने कहा कि मैं यह देखकर सचमुच हैरान हूं कि उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कर्नाटक पुलिस विभाग को पत्र लिखकर इन मामलों को वापस लेने के लिए कहा है. ये राज्य के पुलिस विभाग और कानून विभाग दोनों द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट का उल्लंघन है. स्वराज ने आरोप लगाया कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने अपने स्वार्थी राजनीतिक हित की पूर्ति के लिए मामले को वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने दोहराते हुए कहा कि ये लोकतंत्र क्या बचाएंगे, कर्नाटक सरकार केवल तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है.

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