
कभी खाने के लिए अर्चना पूरन के पास थे सिर्फ 11 रुपये, याद कर हुईं इमोशनल, बहू की तारीफ की
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अर्चना पूरन सिंह ने अपने व्लॉग में मुंबई में अपने शुरुआती संघर्षों को याद किया. नवरात्रि के अवसर पर वह अपने परिवार के साथ गुजराती थाली का आनंद लेने भी पहुंचीं. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने कम पैसे में अपने करियर की शुरुआत की और उनके पास खाने के लिए महज 11 रुपये होते थे.
बॉलीवुड एक्ट्रेस अर्चना पूरन सिंह अपने बेबाक, जोरदार हंसी और हल्के-फुल्के यूट्यूब व्लॉग्स के जरिए दर्शकों का मनोरंजन करती हैं. व्लॉग में अक्सर अर्चना अपने परिवार के साथ पर्सनल और प्रोफेशन जिंदगी की झलकियां शेयर करती हैं. अपने नए वीडियो में उन्होंने मुंबई में एक पारंपरिक गुजराती थाली का आनंद लेने के लिए अपने परिवार के साथ बाहर जाते हुए दिखाया. व्लॉग के दौरान, अर्चना ने मुंबई में अपने शुरुआती संघर्ष के दिनों को याद किया, जब हर एक रुपये की कीमत होती थी.
महज 11 रुपये में करती थीं गुजारा
रेस्टोरेंट पहुंचने पर अर्चना ने याद किया, 'एक वक्त था जब यहां विहार भी होता था और 10 रुपये का डोसा मिलता था. मेरे पास सिर्फ 10 रुपये ही होते थे और 1 रुपये टिप के लिए. मेरे दोस्त पूछते थे कि मैंने लस्सी क्यों नहीं ली, और मैं कहती थी क्योंकि मेरे पास सिर्फ 11 रुपये थे और मैं उतना ही खर्च कर सकती थी. वह मेरे लिए काफी था.'
होने वाली बहू से इम्प्रेस
इसी व्लॉग में बेटे आर्यमान की मंगेतर और एक्ट्रेस योगिता बिहानी को खाते हुए देखकर अर्चना ने मजाक में कहा, 'इससे बेहतर बहू घर में नहीं आ सकती थी, क्योंकि जिस तरह मैं खाती थी जब ये (परमीत) मुझसे मिला था… मुझे इतनी जानकारी नहीं थी कि ये ऐसे बनता है, वैसे बनता है. मुझे बस स्वाद पता था. पराठे खाओ तो 7-8. मक्खन के साथ खाओ. यही बात उसे मेरे बारे में प्रभावित करती थी. अब मैं इससे प्रभावित हूं. ये मुझसे भी बेहतर खाती है.'
अर्चना ने अक्सर अपने संघर्षों के बारे में बात की है. उन्होंने बताया है कि कैसे उनकी मां ने उन्हें दिल्ली से मुंबई सिर्फ एक सूटकेस के साथ भेजा था. उन्होंने 20 साल की उम्र में बीआर चोपड़ा की फिल्म 'निकाह' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इसके बाद उन्होंने 'अग्निपथ', 'सौदागर', 'शोला और शबनम', 'आशिक आवारा' और 'राजा हिंदुस्तानी' जैसी फिल्मों में काम किया. उनकी कुछ अन्य यादगार भूमिकाएं 'बोल बच्चन', 'कुछ कुछ होता है', 'मोहब्बतें' थीं.

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