
एक परिवार और एक ही विरासत...फिर कैसे अलग हो गई राहुल और वरुण की सियासत?
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राहुल गांधी और बीजेपी सांसद वरुण गांधी अलग-अलग राजनीतिक विचारधारा रखते हैं, लेकिन अटकलें लग रही हैं कि कोई बड़ा सियासी उलटफेर हो सकता है और दोनों साथ आ सकते हैं. हालांकि राहुल इससे इनकार कर रहे हैं, वरुण भी खुलकर बोलने से बच रहे हैं. लेकिन क्या भविष्य में ये संभव है? जानते हैं दोनों की सियासत कितनी अलग है?
भारतीय राजनीति में गांधी-परिवार की तीसरी पीढ़ी के दो युवा चेहरे इन दिनों सियासी चर्चा के केंद्र में हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' से सुर्खियां बटोर रहे हैं तो बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर रखा है. राहुल की यात्रा से कांग्रेस की सियासी उम्मीदें परवान चढ़ रही हैं तो वरुण के तेवर को देखते हुए बीजेपी से उनकी विदाई तय मानी जा रही है. ऐसे में गांधी परिवार के दोनों युवा भाइयों के एक होने की चर्चा तेज हो गई है.
हालांकि, राहुल गांधी ने यह कहा है कि वरुण गांधी की विचारधारा अलग है और उनका राजनीतिक नजरिया अलग है. ऐसे में सवाल भी उठ रहे हैं कि कांग्रेस के सियासी आंगन में दोनों भाई कैसे साथ आएंगे, क्योंकि राहुल गांधी इन दिनों उसी विचाराधारा के खिलाफ झंडा उठाए हैं, जिसके छांव में वरुण गांधी की सियासत फली-फूली और आगे बढ़ी है. ऐसे में यह सवाल है कि राहुल गांधी और वरुण गांधी की सियासत किस तरह की रही है और दोनों ही नेता मौजूदा दौर में कहां खड़े हैं?
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बड़े बेटे राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को हुआ था, जबकि छोटे पुत्र संजय गांधी के बेटे वरुण गांधी का जन्म 13 मार्च 1980 को हुआ था. इस तरह से राहुल गांधी और वरुण गांधी रिश्ते में चचेरे भाई हैं, लेकिन दोनों ही नेताओं की सियासी राहें एक दूसरे से जुदा रही हैं. राहुल गांधी और वरुण गांधी की राजनीतिक पार्टी ही अलग-अलग नहीं रहीं, बल्कि विचारधारा और सियासत करने का अंदाज भी एक-दूसरे से भिन्न रहा है.
बचपन
दरअसल, वरुण गांधी महज तीन महीन के थे, जब उनके पिता संजय गांधी का विमान हादसे में निधन हो गया था. संजय गांधी के निधन के बाद मेनका गांधी ने अपनी सास और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का घर छोड़ा था तो उस समय वरुण गांधी की उम्र महज दो साल की थी. वरुण जब चार साल के हुए तो उनकी दादी इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई. छोटी सी उम्र में अपने पिता और दादी को खो देना वरुण की जिंदगी का सबसे बुरा दौर था. वरुण का लालन-पालन उनकी मां मेनका गांधी ने किया. इस तरह से वह बचपन में परिवार के प्यार से पूरी तरह महरूम रहे थे.
वहीं, राहुल गांधी पूर्व पीएम राजीव गांधी और सोनिया गांधी की पहली संतान हैं. उनका जन्म 19 जून 1970 को नई दिल्ली के होली फैमली हॉस्पिटल में हुआ. राहुल अपने पिता और अपनी दादी के बेहद करीब थे, लेकिन उनका बचपन सुरक्षा के घेरे में गुजरा है. 14 साल की उम्र में राहुल ने दादी इंदिरा गांधी को खोया तो 21 के उम्र में अपने पिता राजीव गांधी को भी खो दिया था. 21 मई 1991 को एक चुनावी सभा में राजीव गांधी की हत्या हो गई थी.

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