
उदयगामी सूर्य को अर्घ्य के साथ संपन्न हुआ छठ महापर्व, व्रतियों ने किया 36 घंटे के निर्जला व्रत का पारण
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पटना के बेउर जेल में भी छठ का पर्व धूम-धाम से मनाया गया. कैदियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर 4 दिवसीय छठ महापर्व का समापन किया. पुलिसकर्मियों ने कैदी व्रतियों के पाव छुए.
उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व का आज समापन हो गया. देश के अलग-अलग राज्यों में छठ पूजा के लिए नदियों और तालाबों के किनारे बने घाटों पर व्रती महिलाओं, उनके परिवार के सदस्यों ने उदयगामी सूर्य की पूजा की और चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व का पारण किया. घाटों पर सुबह से छठ व्रती और छठी मैया के भक्त भगवान भास्कर के उदय का इंतजार कर रहे थे.
सूर्य के उदय के साथ ही व्रतियों ने घुटने भर पानी में उतरकर उन्हें अर्घ्य समर्पित किया और इसके साथ ही अपने 36 घंटे के निर्जला व्रत का समापन किया. बता दें कि चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर को नहाय-खाय के साथ हुई थी. उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देने वाली व्रतियों ने नाक से लेकर माथे तक सिंदूर लगाया और भगवान भास्कर से अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना की.
पटना के बेउर जेल में कैदियों ने मानाया छठ महापर्व
पटना के बेउर जेल में भी छठ का पर्व धूम-धाम से मनाया गया. कैदियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर 4 दिवसीय छठ महापर्व का समापन किया. पुलिसकर्मियों ने कैदी व्रतियों के पाव छुए. बेऊर जेल प्रशासन ने पूरी तैयारी के साथ 4 दिवसीय छठ पूजा को संपन्न करवाया. छठ प्रकृति से जुड़ा पर्व है. इसमें महिलाएं और पुरुष व्रती अपने परिवार के कल्याण व स्वास्थ्य के लिए छठी मैया से प्रार्थना करते हैं. छठ व्रत काफी नियम व निष्ठा से रखा जाता है.
मान्यता है कि छठी मैया की पूजा से नि:संतान को संतान सुख प्राप्त होता है. धन-धान्य की प्राप्ति होती है और जीवन सुख-समृद्धि से परिपूर्ण रहता है. दिल्ली-एनसीआर में लाखों महिलाओं और पुरुषों ने सोमवार को छठ समारोह के हिस्से के रूप में उगते सूरज की प्रार्थना की. राजनेताओं ने भी छठ घाटों पर पूजा में भाग लिया. छठ बिहार और पूर्वी यूपी के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण पर्व है. दिल्ली में पूर्वांचली मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा रहता है.
दिल्ली के अलग-अलग छठ घाटों पर पहुंचे भाजपा नेता

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