
आतंकी पन्नु और निज्जर केस में भारत के रोल पर बोलकर तुलसी गैबार्ड ने चौंकाया, PM मोदी-पुतिन पर भी दिया बयान!
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तुलसी गैबार्ड से जब खालिस्तानी आतंकी पन्नु से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि किसी भी बाहरी देश द्वारा अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ, खास तौर पर अमेरिकी धरती पर, हत्याओं का निर्देश देने के विश्वसनीय आरोप गंभीर चिंता का विषय हैं और इनकी जांच होनी चाहिए.
ट्रंप सरकार की बड़ी नियुक्तियों में से एक तुलसी गैबार्ड ने अपने एक बयान से अपने लाखों भारतीय प्रशंसकों को हैरान और निराश किया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुलसी गैबार्ड को नेशनल इंटेलीजेंस का डायरेक्टर नॉमिनेट किया है. नेशनल इंटेलिजेंस के तहत ही सीआईए और FBI काम करती है.
गुरुवार को तुलसी गैबार्ड अमेरकी सीनेट के सामने पेश हुईं. अमेरिका में बड़े अधिकारियों की नियुक्ति को सीनेट से परमिशन लेना पड़ता है. राष्ट्रपति द्वारा नॉमिनेट किये गए अधिकारी सीनेट के सामने पेश होते हैं. इस दौरान सीनेट के सदस्य नियुक्त सदस्यों से कड़े और तीखे सवाल करते हैं. नॉमिनेट अधिकारी को अपने जवाब से सीनेट के सदस्यों को संतुष्ट करना पड़ता है. इसके बाद ही सीनेट इन नियुक्तियों पर मुहर लगाती है. ये चेक एंड बैलेंस का अनोखा सिस्टम है.
तुलसी गैबार्ड जब सीनेट के सामने पेश हुईं तो उनसे डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सांसदों ने तीखे सवाल पूछे. इस दौरान तुलसी गैबार्ड ने कहा कि किसी विदेशी देश द्वारा अमेरिकी नागरिकों की हत्या का निर्देश देना एक गंभीर चिंता का विषय है और इसकी जांच होनी चाहिए.
गैबार्ड से खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कनाडा की सरकार की ओर से भारत पर लगाए गए आरोपों से जुड़े सवाल भी पूछे गए.
आरोप गंभीर चिंता का विषय
गौरतलब है कि 43 साल की हिन्दू अमेरिकन तुलसी गैबार्ड अमेरिकी राज्य हवाई से डेमोक्रेटिक कांग्रेस की पूर्व सदस्य हैं, जिन्होंने 2020 में अपनी पार्टी के राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन के लिए दौड़ लगाई थी, लेकिन 2024 में पार्टी छोड़कर ट्रम्प का समर्थन कर दिया था.

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