
आतंकवाद से मिलकर निपटेंगे भारत और इटली, रोम में हुई 5वीं JWG की बैठक
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बैठक में संयुक्त राष्ट्र, वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (GCTF) और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) जैसे बहुपक्षीय मंचों में आपसी सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया. साथ ही वर्तमान द्विपक्षीय समझौतों की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर प्रकाश डाला गया.
भारत और इटली ने 16-17 जनवरी को रोम में आयोजित आतंकवाद और संगठित अपराध से निपटने पर संयुक्त कार्य समूह (JWG) की 5वीं बैठक के दौरान आतंकवाद और संगठित अपराध से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
इस बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्रालय में आतंकवाद से निपटने के लिए संयुक्त सचिव के.डी. देवल और इटली के विदेश मंत्रालय में राजनीतिक मामलों के वरिष्ठ उप निदेशक और सुरक्षा निदेशक एलेसेंड्रो अजोनी ने की.
'आतंकवादी समूहों द्वारा टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग रोकना जरूरी'
चर्चा में घरेलू, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों में उभरते खतरों पर फोकस किया गया, जिसमें आतंकवादी समूहों द्वारा टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग को संबोधित करने पर जोर दिया गया. दोनों पक्षों ने इन चुनौतियों का मुकाबला करने में अनुभव को साझा किया और आतंकवादी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों पर मुकदमा चलाने के महत्व पर प्रकाश डाला.
दिल्ली में होगी अगली बैठक
बैठक में संयुक्त राष्ट्र, वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (GCTF) और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) जैसे बहुपक्षीय मंचों में आपसी सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया. साथ ही वर्तमान द्विपक्षीय समझौतों की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर प्रकाश डाला गया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

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