
अशोक गहलोत के बदले सुर? अध्यक्ष चुने जाने पर CM पद छोड़ने के दिए संकेत
AajTak
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत केरल पहुंच चुके हैं. यहां वह कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे. राहुल से उनकी मुलाकात हो रही है. इसके बाद साफ होगा कि गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे या नहीं.
कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए आज गुरुवार को नोटिफिकेशन जारी हो गया है. इसी के साथ कांग्रेस पार्टी में हलचल तेज हो गई है. अबतक इस रेस में सिर्फ अशोक गहलोत और शशि थरूर का नाम सामने आ रहा था. लेकिन अब मनीष तिवारी और दिग्विजय सिंह के नामों की चर्चा भी चलने लगी है. इस बीच अशोक गहलोत केरल पहुंच गए हैं. यहां वह राहुल गांधी से मीटिंग कर रहे हैं. गहलोत ने अब राजस्थान सीएम का पद छोड़ने के संकेत भी दे दिए हैं. साथ ही साथ यह भी कंफर्म कर दिया है कि वह अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करेंगे.
आजतक से बातचीत में गहलोत ने कहा कि मैं नामांकन करूंगा, फिर देखते हैं क्या माहौल बनता है, चुनाव भी हो सकता है. यहां गहलोत अन्य नेताओं द्वारा चुनाव लड़ने की चर्चाओं की बात कर रहे थे. साथ ही साथ गहलोत ने यह भी साफ कहा कि वह अगर अध्यक्ष बन भी गए तो भी राजस्थान से दूर नहीं जाएंगे. वह बोले कि जिस राज्य से मैं आता हूं, जिस गांव में मैं पैदा हुआ वहां के लोगों से दूर जैसे जा सकता हूं. वहां के लोगों की सेवा करता रहूंगा.
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए केरल गए हैं. यहां वह राहुल गांधी से मुलाकात कर रहे हैं. इस मुलाकात में गहलोत राहुल को अध्यक्ष पद संभालने के लिए मनाएंगे. अगर राहुल नहीं राजी होते हैं तो गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे. यह गहलोत पहले ही साफ कर चुके थे.
सीएम पद छोड़ने के लिए राजी हुए गहलोत?
इसी के साथ दूसरी चर्चा यह हो रही थी कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के बाद भी गहलोत राजस्थान सीएम के पद पर बने रहेंगे. अब इसपर गहलोत का बयान भी आया है. मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ सकता है. लेकिन पूरे मुल्क में काम करके पोस्ट को जस्टीफाई भी करना होता है. ऐसे में दो पोस्ट पर काम नहीं हो सकता. इससे आशय निकाला जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर गहलोत राजस्थान सीएम की कुर्सी छोड़ देंगे.
आजतक से बातचीत में बोले अशोक गहलोत, एक पद को लेकर राहुल गांधी ने ठीक बात कही। सचिन पायलट वाले सवाल पर साध गए चुप्पी #हल्ला_बोल @anjanaomkashyap @Supriya23bh pic.twitter.com/beGnUeFMOa

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










