अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के बीच कांग्रेस की 'गुगली', संसद में बिना बोले भी चर्चा में क्यों रहे राहुल गांधी?
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लोकसभा की कार्रवाई शुरू होने से ऐन पहले कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से बाकायदा बताया गया था कि राहुल गांधी आज सदन में बोलेंगे. लेकिन राहुल गांधी नहीं बोले. कांग्रेस ने इसे अपनी रणनीति पर बताया, लेकिन इससे कांग्रेस को क्या हासिल हुआ? अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी जी का भाषण होगा. सत्ता पक्ष वाले राहुल गांधी के भाषण से गुगली खा गए.
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार और विपक्ष दोनों ही तैयारियों में जुट गए हैं. दोनों गुटों की ओर से रणनीतियां बन रही हैं. ऐसे में संसद को दोनों पक्ष बड़ा मंच मान रहे हैं. ऐसे में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को लोकसभा में चर्चा शुरू हुई. जिस तरह से क्रिकेट के मैच में विरोधी टीम को दबाव में लाने के लिए सरप्राइज का इस्तेमाल किया जाता है. वैसा ही मंगलवार को लोकसभा में देखा गया. जब राहुल गांधी की जगह गौरव गोगोई बोलने उठे, तो सत्ता पक्ष हैरान रह गया. कांग्रेस ने इसे गुगली बताया.
संसद में इस चर्चा के दौरान एकनाथ शिंदे के बेटे ने अचानक हनुमान चालीसा पढ़कर सबको हैरान कर दिया. संसद में नारायण राणे और उद्धव गुट के सांसदों की बहस भी वायरल हो गई. लेकिन फिर भी सबसे ज्यादा चर्चा में तो राहुल गांधी ही रहे. जिन्हें सुनने के लिए विपक्ष से ज्यादा सत्ता पक्ष तैयारी के साथ आया था. इसीलिए जब राहुल नहीं बोले तो वो बिफर गया. दरअसल राहुल गांधी INDIA के बैनर तले सरकार के खिलाफ पेश हुए अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली बहस की शुरुआत करने वाले थे, लेकिन आखिरी मौके पर कांग्रेस ने फैसला बदल दिया. जबकि लोकसभा की कार्रवाई शुरू होने से ऐन पहले कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से बाकायदा बताया गया था कि राहुल गांधी आज सदन में बोलेंगे. अब सवाल ये है कि आखिर अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी सदन में क्यों नहीं बोले?
आखिरी मिनट पर कांग्रेस ने फेंकी गुगली?
कांग्रेस ने इसे अपनी रणनीति पर बताया, लेकिन इससे कांग्रेस को क्या हासिल हुआ? अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी जी का भाषण होगा. सत्ता पक्ष वाले राहुल गांधी के भाषण से गुगली खा गए. लेकिन सवाल है कि राहुल गांधी को पहले बोलने से रोककर कांग्रेस ने कौन सी गुगली फेंकी है? क्योंकि राहुल गांधी सदन में मौजूद रहे, उन्होंने गौरव गोगोई का भाषण ध्यान से सुना. कई बार उनके समर्थन में मेज भी थपथपाई. लेकिन एक भी शब्द नहीं बोला.
इसके बाद जब भाजपा के नेता बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने अलग ही तर्क दिया. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, 'मैं सोच रहा था कि राहुल गांधी बोलेंगे, क्योंकि तरह की खबरें आ रही थीं, लेकिन लगता है कि राहुल गांधी आज तैयार नहीं थे. देर से उठे होंगे तो नहीं बोल पाए कोई बात नहीं.' बीजेपी की तरफ से आने वाले इन बयानों से साफ है कि वो सदन में राहुल को घेरने की तैयारी के साथ आए थे, लेकिन जब लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी सदन में चर्चा का विषय बन गए और शुरुआत में ही सत्ता पक्ष को कांग्रेस पर हल्ला बोलने का मौका मिल गया.
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