अयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर मंथन, NSG ने संभाली कमान
AajTak
अयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर बड़ा मंथन हुआ है. एनएसजी की एक टीम ने अयोध्या में कई अधिकारियों से बात की है, मंदिर सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई है.
अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा को लेकर अब देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसियों में से एक एनएसजी भी हरकत में आ गई है. शुक्रवार को एनएसजी की टीम ने लगभग 10 घंटे अयोध्या में बिताए और श्री राम जन्मभूमि परिसर की हाईटेक सुरक्षा प्लान को लेकर घंटों उच्च अधिकारियों के साथ मंथन किया.
अयोध्या लंबे समय से अति संवेदनशील स्थलों में शुमार है और श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद अब इसको लेकर सुरक्षा चिंताएं भी बढ़ गई हैं. अयोध्या में एनएसजी का कदमताल बताता है कि अयोध्या की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा चिंताएं कितनी बड़ी हैं.
अयोध्या में एनएसजी के दस्तक के मायने
देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसियों में शुमार एनएससी की हाई लेवल टीम लगभग 12:30 बजे के आसपास अयोध्या राम जन्मभूमि परिसर पहुंची थी. जिसका नेतृत्व असिस्टेंट कमांडेंट स्तर का अधिकारी कर रहा था. श्री राम जन्मभूमि परिसर में शाम 4:00 बजे तक एनएसजी की टीम ने भ्रमण किया और मौजूदा सुरक्षा प्लान की जानकारी ली. इस दौरान राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले एसपी सिक्योरिटी, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी वहां मौजूद थे. इन लोगों से विचार विमर्श के बाद एनएसजी की टीम ने श्री राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा का दायित्व संभाल रहे पीएसी और सीआरपीएफ के उच्च अधिकारियों से सुरक्षा को लेकर लंबी बातचीत की.
हाईटेक सिक्योरिटी प्लान को लेकर घंटों हुई मंत्रणा
श्री राम जन्मभूमि परिसर का निरीक्षण करने के बाद एनएसजी की टीम ने अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे समेत पुलिस के कई उच्च अफसरों के साथ लगभग 4 घंटे विचार विमर्श किया. एसएसपी शैलेश पांडे ने आज तक से बातचीत में इसकी पुष्टि की लेकिन कहा कि यह सुरक्षा से जुड़ा गंभीर विषय है इसलिए किन बिंदुओं पर विचार वमर्श हुआ इसके बारे में वह कुछ नहीं बता सकते. हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि आपातकालीन स्थिति में सिक्योरिटी प्लान क्या होगा और किस तरह की सुरक्षा रणनीति अपनाई जाएगी इसके बारे में विचार विमर्श हुआ है.
'दुश्मन देश का उदाहरण नहीं देना लेकिन...', पाकिस्तान की संसद में भारत के चुनाव पर क्यों छिड़ी चर्चा?
पाकिस्तान के विपक्ष के नेता शिबली फराज ने भारत की चुनाव प्रक्रिया की तारीफ की है. उन्होंने पाकिस्तान में चुनाव में धांधली का बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान में क्यों नहीं भारत जैसे चुनाव कराए जा सकते हैं.
अयोध्या की हार को बीजेपी भुला नहीं पा रही है. पर बीजेपी को यह समझना होगा कि अयोध्या में कोई पहली बार बीजेपी को हार नहीं मिली है. फिर तीसरी बार अगर केंद्र में लगातार पार्टी को सत्ता मिली है तो क्या उसमें रामलाल मंदिर की बिलकुल भूमिका नहीं है? अब तक हिमंता बिस्व सरमा ही आगे आए हैं, जो कह रहे हैं कि वे अयोध्या जाकर भगवान राम से आशीर्वाद लेंगे.
मुनक नहर दिल्ली की जल आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. फिर भी इसे 'खूनी नहर' कहा जाता है. इस नहर में हर तीसरे दिन शव तैरते नजर आते हैं. करीब 35 फीट गहरी इस नहर में रात के समय कई गाड़ियां फंस जाती हैं. क्योंकि यहां घना अंधेरा हादसों को दावत देता है. अपराधी भी अपनी गतिविधियों को छुपाने के लिए इस नहर का उपयोग करते हैं.
राजधानी में पानी की किल्लत के बीच जल मंत्री आतिशी अक्षरधाम के पास स्थित पाइपलाइन का निरीक्षण करने पहुंचीं थीं. निरीक्षण के दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि टैंकर माफियाओं पर बिल्कुल लगाम कसी जानी चाहिए. चाहे वो हरियाणा बॉर्डर के पार हों या दिल्ली के इस पार. लेकिन उससे समस्या का समाधान नहीं होगा.
अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू ने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. खांडू के साथ 11 अन्य विधायक भी मंत्री बनाए गए हैं. इन सभी ने भी शपथ ली है. सीएम खांडू को सीमावर्ती जिले तवांग में मुक्तो सीट से फिर से निर्विरोध चुना गया है. एक दिन पहले ही सर्वसम्मति से उन्हें बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया था.