'अमीर और अमीर हो रहा और गरीब और ज्यादा गरीब'...इस ट्रेंड की पीछे की कहानी समझिए
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नेशनल स्टेटिस्टिकल ऑफिस यानी NSO के सर्वे के मुताबिक देश के टॉप 10 प्रतिशत शहरी परिवारों के पास औसतन 1.5 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जबकि भारत के शहरों में निचले वर्ग के परिवारों के पास औसतन सिर्फ केवल 2,000 रुपये की संपत्ति है.
भारत देश को लेकर एक बात काफी आम हो गई है. यहां पर अमीर और ज्यादा अमीर हो जाता है और गरीब और ज्यादा गरीब होता दिख जाता है. मतलब विकास तो होता है, लेकिन सिर्फ अमीरों का. गरीबों को तो सिर्फ दो वक्त की रोटी मिल जाए, वो भी काफी रहता है. लेकिन फिर भी ये सवाल तो आता ही है कि जब गरीबी दूर करने के लिए सरकारों द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, फिर भी अमीर-गरीब के बीच ये खाई क्यों नहीं कम होती?
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.