अफगानिस्तानः तालिबान की कथनी और करनी में बड़ा फर्क, अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहे तालिबानी लड़ाके
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18 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट की खौफनाक तस्वीरें सामने आई थीं. जब लोग जान बचाने के लिए किसी भी हाल में एयरपोर्ट में दाखिल होना चाहते थे. किसी भी हाल में विमान में सवार होकर तालिबान के चंगुल से निकल जाना चाहते थे. तब तालिबान अंधाधुंध गोलियां चला रहा था.
क्या तालिबान की बोली और करनी अलग-अलग है. तालिबान ने कहा है कि इस बार वो बदलाव लाएगा. महिलाओं को आजादी देगा. लेकिन अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने एक सरकारी न्यूज चैनल की एंकर को सिर्फ इसलिए हटा दिया, क्योंकि वो महिला थी. सिर्फ इतना ही नहीं, तालिबान ने सलीमा मज़ारी को भी गिरफ्तार कर लिया, जो लंबे वक्त से तालिबान से लड़ाई लड़ रही थीं.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.