
अकलियती उमूर के वज़ीर ने लगाई मुहर, अजमेर दरगाह इहाते का 'कोविड केयर सेंटर' के तौर पर होगा इस्तेमाल
Zee News
इससे पहले हज कमेटी ऑफ इंडिया ने भी सूबों के हज हॉउसेज को आरज़ी 'कोरोना केयर सेंटर' के तौर पर रियासती हुकूमतों को इस्तेमाल करने के लिए दिए जाने का फैसला किया है.
नई दिल्ली: अकलियती उमूर के मरक़ज़ी वज़ीर मुख्तार अब्बास नकवी ने अजमेर शरीफ दरगाह कमेंटी के सदर अमीन पठान को खत लिख कर दरगाह कमेंटी के इस फैसले की हिमायत की है कि कोरोना वबाई मर्ज़ के पेश-ए-नजर अजमेर शरीफ दरगाह इहाते को 'कोविड केयर सेंटर' में तब्दील कर दिया जाए, क्योंकि इससे हज़ारों लोगों को सेहतयाब रखने में मदद मिलेगी. मुख्तार अब्बास नकवी ने आगे लिखा कि उन्हें ये जान कर बेहद खुशी हुई कि अजमेर शरीफ दरगाह ने परेशानी की इस घड़ी में 150 बीघा में फैली कायड़ विश्राम स्थली को आरज़ी तौर पर 'कोरोना केयर सेंटर' में बदलने का फैसला किया है. दरगार कमेंटी के इस फैसले से वज़ारते अकलियती उमूर बिल्कुल मुत्तफिक है.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









