अंडमान सुसाइड केस: SC का केंद्र को नोटिस, लड़की ने DGP पर लगाए थे आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप
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अंडमान निकोबार में लड़की की खुदकुशी वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है. यह नोटिस केंद्र सरकार, अंडमान के मुख्य सचिव और DGP को भेजा गया है
अंडमान निकोबार में उस लड़की की खुदकुशी के मामले ने तूल पकड़ लिया है जिसने सुसाइड से पहले बनाए वीडियो में DGP व अन्य पुलिस अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था. मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, इसपर सुप्रीम कोर्ट ने आज शुक्रवार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. मामले में कोर्ट ने केंद्र सरकार, अंडमान के मुख्य सचिव और DGP को नोटिस जारी किया है.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.