
Yashoda Jayanti 2021: कब है यशोदा जयंती, जानें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
AajTak
भगवान कृष्ण को जन्म देवकी ने दिया था, लेकिन उनका पालन-पोषण सब मां यशोदा ने ही किया. इस दिन श्रद्धालु यशोदा मइया और भगवान कृष्ण की की पूजा पूरे विधि-विधान से करते हैं.
Yashoda Jayanti 2021: हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को यशोदा जयंती मनाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण की पालनहार मां यशोदा का जन्म हुआ था. भगवान कृष्ण को जन्म देवकी ने दिया था, लेकिन उनका पालन-पोषण सब मां यशोदा ने ही किया. इस दिन भक्त यशोदा मइया और भगवान कृष्ण की की पूजा पूरे विधि-विधान से करते हैं. हालांकि गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के अमांता कैलेंडर के अनुसार, माघ के महीने में यशोदा जयंती मनाई जाती है. हालांकि दोनों ही कैलेंडर में इसका दिन एक ही रहता है. ऐसी मान्यताएं हैं कि इस दिन उपवास करने से पापों का नाश होता है. यशोदा जयंती का शुभ मुहूर्त- यशोदा जयंती इस साल 4 मार्च (गुरुवार), 2021 को मनाई जाएगी. षष्ठी तिथि 4 मार्च को रात 12 बजकर 21 मिनट से प्रारंभ होकर इसी दिन रात 9 बजकर 58 मिनट पर समाप्त हो जाएगी.
Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









