
Varanasi First Look: राजामौली के फैन हुए फिल्म मेकर्स, 'वाराणसी' का टीजर देख बोले- अवतार का बाप
AajTak
एस.एस.राजामौली ने अपनी फिल्म 'वाराणसी' के फर्स्ट लुक से सभी को हैरान कर दिया है. उन्होंने एक ऐसे ब्रह्मांड की रचना की जिसे देखकर साउथ के कई बड़े फिल्ममेकर्स और आर्टिस्ट उनके फैन बन गए.
तेलुगू सिनेमा की तरफ से जल्द एक ऐसी फिल्म सामने आएगी, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वो इंडियन सिनेमा को हमेशा के लिए बदलकर रख सकती है. फिल्ममेकर एस.एस.राजामौली, सुपरस्टार महेश बाबू के साथ अपनी अगली फिल्म लेकर आ रहे हैं जिसका शनिवार को हैदराबाद में फर्स्ट लुक टीजर जारी किया गया.
राजामौली के फैन हुए साउथ के डायरेक्टर्स
राजामौली की फिल्म जिसका टाइटल 'वाराणसी' रखा गया है, एक ऐसी कहानी लेकर आएगी जो सभी को हैरान करने का दमखम रखती है. डायरेक्टर ने अपनी फिल्म के फर्स्ट ग्लिप्स में एक ऐसे ब्रह्मांड की रचना दिखाई है, जो आज से पहले इंडियन सिनेमा में कभी नहीं देखा गया. नॉर्थ से लेकर साउथ तक फैंस इस फिल्म को लेकर अपनी एक्साइटमेंट बयां कर चुके हैं.
सोशल मीडिया पर सिर्फ राजामौली की फिल्म 'वाराणसी' की चर्चा है. इसका फर्स्ट ग्लिम्प्स देखकर साउथ के कुछ बड़े डायरेक्टर्स और आर्टिस्ट्स भी चौंक गए हैं. वो राजामौली द्वारा बनाए गए इस सिनेमैटिक मास्टरपीस की जमकर तारीफ कर रहे हैं. 'केजीएफ' डायरेक्टर प्रशांत नील ने X पर महेश बाबू के लुक और फिल्म के टीजर को सराहा है.
उन्होंने लिखा, 'धन्यवाद एस.एस.राजामौली सर. महेश बाबू का लुक फिल्म में बहुत आकर्षक लग रहा है. मैं इसे देखने के लिए बेहद एक्साइटेड हूं.' प्रशांत के अलावा, सनी देओल की फिल्म 'जाट' के डायरेक्टर गोपिचंद मेलिनेनी ने भी 'वाराणसी' के टीजर को शानदार बताया. उन्होंने इसकी झलक को एक शानदार 'सिनेमैटिक ब्रिलियंस' कहा.
करण जौहर ने भी इंस्टाग्राम पर महेश बाबू का लुक पोस्टर शेयर करते हुए राजामौली की सराहना की. उन्होंने लिखा, 'एपिक, सिर्फ एक और केवल एक, एस.एस.राजामौली.'

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










