UP के बीहड़ों से डकैतों का सफाया, पुलिस के मुखबिर रह चुके गौरी यादव की पूरी कहानी
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90 के दशक में गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 5 लाख और मध्य प्रदेश पुलिस ने 50,000 का इनाम घोषित कर रखा था. गौरी यादव के मारे जाने के बाद, कहा जा रहा है कि यूपी एसटीएफ ने प्रदेश से आतंक का पर्याय बने डकैतों का पूरी तरह से सफाया कर दिया है.
एसटीएफ (STF) ने शनिवार को चित्रकूट (Chitrakoot) में, साढ़े 5 लाख के इनामी डकैत गौरी यादव (Dacoit Gauri Yadav) को मार गिराया है. गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश से 5 लाख और मध्य प्रदेश से 50 हज़ार का इनाम घोषित था. उसके खिलाफ 60 से ज्यादा मामले दर्ज थे. मारे गए डकैत के पास से एक एके-47, एक 12 बोर की बंदूक और सैकड़ों जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.