UP: इलाज के दौरान मरीज की मौत, झोलाछाप डॉक्टर शव को सड़क पर फेंककर भागा
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यूपी के फतेहपुर जिले के खागा कोतवाली क्षेत्र के वैसापुर गांव में एक झोलाछाप डॉक्टर के यहां इलाज कराने आए मरीज की मौत हो गई. जिसके बाद ये कथित डॉक्टर अधेड़ का शव सड़क किनारे फेंककर भाग निकला.
यूपी के फतेहपुर जिले के खागा कोतवाली क्षेत्र के वैसापुर गांव में एक झोलाछाप डॉक्टर के यहां इलाज कराने आए मरीज की मौत हो गई. जिसके बाद ये कथित डॉक्टर अधेड़ का शव सड़क किनारे फेंककर भाग निकला. किशनपुर थाना क्षेत्र के बरेची गांव का रहने वाला 55 वर्षीय श्रीचंद्र यादव को अचानक बुखार आया फिर परिजनों उसे इलाज के लिए झोलाछाप डॉक्टर के पास लेकर गए. इलाज के दौरान मरीज की तबियत बिगड़ने लगी. फिर झोलाछाप डॉक्टर ने परिजनों से कहा कि वो शहर के अस्पताल में इलाज कराने ले जा रहा है. इसके वो मरीज को बाइक पर बैठाकर ले गया और गांव से कुछ दूर ले गया और सड़क किनारे मृत हालत में छोड़कर फरार हो गया. वहीं इस घटना के बाद पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी झोलाछाप के तलाश में जुट गई है. वहीं इस मामले में सीओ ने बताया कि किशनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली रानी देवी ने प्रभारी निरीक्षक खागा को शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उनसे कहा है कि उसके पति की तबीयत खराब हो गई थी जिसका इलाज कराने के लिए एक डॉक्टर के पास ले गई थी. इलाज के दौरान उसके पति की तबीयत ज्यादा खराब हो गई.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.