Ukraine के खून का प्यासा क्यों हुआ Russia? जानें झगड़े की पूरी कहानी
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रूस और यूक्रेन के बीच तनातनी की कहानी पुरानी है. दोनों देश 2014 से ही एक दूसरे के आमने-सामने खड़े हैं. लेकिन एक रोज़ ये तनातनी इतनी बढ़ जाएगी की दुनिया थर्ड वर्ल्ड वॉर यानी तीसरे विश्वयुद्ध के कगार पर पहुंच जाएगी, ये सोचना मुश्किल था. रूस और यूक्रेन के बीच जो हालात बनते जा रहे हैं, उसे देख कर कुछ ऐसा ही लगने लगा है. रूस ने यूक्रेन को तीन तरफ़ से घेर लिया है, हमले की पूरी तैयारी कर ली है और यूक्रेन की राजधानी कीव में कूटनीतिक और फ़ौजी बैठकों का लंबा सिलसिला चल रहा है. यूक्रेन की सरहद पर रूस ने लगभग 1 लाख 30 हज़ार सैनिक तैनात कर रखे हैं और ये पूरी की पूरी फ़ौज बस अपने राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के एक इशारे भर का इंतज़ार कर रही है. इस वीडियो में समझें क्यों बढ़ी रूस-यूक्रेन में तनातनी.
भारत 46वें अंटार्कटिक संसद की मेजबानी कर रहा है. 30 मई तक चलने वाली इस बैठक में बर्फीले महाद्वीप से जुड़े कई मुद्दों पर बात होगी. फिलहाल वैज्ञानिक परेशान हैं क्योंकि अंटार्कटिक महासागर के भीतर धाराएं कमजोर पड़ रही हैं. डर जताया जा रहा है कि साल 2050 तक ये बहाव इतना कम हो जाएगा कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन घटने लगेगी.
इजरायल ने रफा में हमास के ठिकानों पर रविवार को हवाई हमला किए हैं. इजरायली सेना के इस हमले में कम से कम 35 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और कई लोग घायल हो गए हैं. गाजा में हमास द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किदरा ने कहा, हमले में 34 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.